दार्जिलिंग में सेना वापस आई,पुलिस शिविर आग के हवाले,4 पुलिसकर्मी घायल

दार्जिलिंग, दार्जिलिंग में फिर हिंसा छिड़ने के बाद राज्य सरकार ने सेना को वापस बुला लिया है। गोरखालैंड समर्थकों ने एक पुलिस चौकी, एक टॉय ट्रेन स्टेशन में आग लगा दी और दो जगहों पर पुलिस के साथ झड़प हुई। पश्चिम बंगाल से अलग राज्य की मांग को लेकर आंदोलन का प्रसार करने वाले गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) ने दावा किया कि पुलिस गोलीबारी में दो युवकों की मौत हो गयी और वार्ता के लिए मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की पेशकश को ठुकरा दिया। हालांकि पुलिस ने बताया कि गोलीबारी की उन्हें खबर नहीं है। जीजेएम ने शनिवार देर रात एक बयान में कहा बनर्जी और राज्य सरकार के साथ बातचीत का रास्ता हमेशा के लिए बंद हो चुका है। सोनादा में हिंसा की ताजा घटना होने के बाद आज दार्जीलिंग हिल्स में फिर से सेना तैनात की गई। बीती रात कथित पुलिस गोलीबारी में एक युवक के मारे जाने के बाद वहां गोरखालैंड समर्थकों ने एक पुलिस चौकी और एक ट्वॉय ट्रेन स्टेशन फूंक दिया। गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेएम) कार्यकर्ताओं और गोरखा नेशनल लिबरेशन फ्रंट (जीएनएलएफ) की भी दार्जीलिंग के सोनादा और चौकबाजार में झड़प हुई। वहीं इस पर्वतीय क्षेत्र में अनिश्चिचतकालीन बंद 24 वें दिन भी जारी रहा।
रक्षा सूत्रों ने बताया कि हिंसा की ताजा घटना के मद्देनजर सोनादा और दार्जीलिंग में करीब सौ- सौ कर्मियों की सेना की दो टुकड़ियां तैनात की गई है। जीएनएलएफ प्रवक्ता नीरज जिम्बा ने दावा किया कि सुरक्षा बलों ने बीती रात युवक ताशी भुटिया की गोली मार कर हत्या कर दी, जब वह सोनादा में दवा खरीदने गया था। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि फिलहाल हमारे पास गोलीबारी की कोई खबर नहीं है। हम घटना का पता लगा रहे हैं। पुलिस महानिरीक्षक जावेद शमीम ने कहा, जांच के बाद इस बारे में पता चल पाएगा। जीजेएम और पर्वतीय क्षेत्र की अन्य पार्टियों ने पुलिस के पास एक शिकायत दर्ज करा कर पुलिस पर युवक की हत्या करने का आरोप लगाया है। केंद्र ने कहा कि यह आंदोलन खत्म करने के लिए जीजेएम और पश्चिम बंगाल सरकार के साथ द्विपक्षीय वार्ता करने को इच्छुक है। अनिश्चितकालीन बंद से रसद आपूर्ति पूरी तरह से प्रभावित हुआ है। ऐसे में जीजेएम और विभिन्न एनजीओ ने लोगों के बीच भोजन बांटा है। दवा दुकानों को छोड़कर सारी दुकानें, स्कूल, कॉलेज बंद रहे। इंटरनेट सेवाएं 21 वें दिन भी बंद रही। पुलिस और सुरक्षा बलों ने सड़कों पर गश्त किया और प्रवेश एवं निकास द्वारों पर निगरानी रखे हुए है।

गोरखालैंड आंदोलन में 4 पुलिसकर्मी घायल
गोरखालैंड समर्थक आंदोलन 25वें दिन में प्रवेश कर चुका है और अभी इसके सुलझने के कोइ आसार नज़र नहीं आ रहे हैं। रविवार को दार्जिलिंग में आंदोलनकारियों ने एक पुलिस शिविर को आग के हवाले कर दिया, जिसमें चार पुलिसकर्मी घायल हो गए। वहीं पोकरीबोंग में एक बीडीओ कार्यालय पर भी हमला किया गया।
जीजेएम कार्यकर्ताओं ने सूरज सुंदास और समीर सुब्बा के शवों के साथ चौकबाज़ार में एक रैली भी निकाली। ये लोग पुलिस गोलीबारी में मारे गए थे। जीएनएलएफ ने ताशी भूटिया के शव के साथ सोनादा में एक जुलूस भी निकाला। वो पुलिस गोलीबारी में मारा गया था। प्रदर्शनकारियों ने सोनादा पुलिस थाना पर भी हमला किया और इसका एक हिस्सा फूंक दिया। पिछले दो दिनों में इस तरह का ये दूसरा हमला था। सोनादा पुलिस थाना पर शनिवार को भी प्रदर्शनकारियों ने हमला किया था। प्रदर्शनकारियों ने दार्जिलिंग में एक पुलिस बूथ को आग के हवाले कर दिया।
पोकरीबोंग में रविवार दोपहर एक बड़ी भीड़ ने एक बीडीओ कार्यालय और एक पुलिस शिविर पर हमला किया। कई पुलिसकर्मियों की पिटाई भी की गई। इस बीच 18 जुलाई को होने वाली पर्वतीय पार्टियों की एक सर्वदलीय बैठक की तारीख 11 जुलाई कर दी गई है।

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