डांट फटकार से क्षुब्ध बालक रात भर खंडहर में छिपा रहा,जमीन पर लिखा था ”मैं मर रहा हूं ..

रायगढ़,फिर एक बार पालको के डांट फटकार से एक 14 साल का बालक घर से भागकर खंडर में जा छिपा था, बालक ने खंडर के बाहर जमीन पर जो लिखा था उसे पढक़र बालक के परिजन व बच्चे की तलाश में गई पुलिस पार्टी सकते में आ गये थे । उख्त बालक ने कांच से हाथ कट जाने के कारण अपने खून से जमीन पर ” मैं मर रहा हूं ।
जानकारी के अनुसार राजीवनगर गली नम्बर 1 में रहने वाले सिंह परिवार के छोटे लडके  वर्ष को उसके बड़े वर्ष ने ६ जुलाई की शाम किसी बात को लेकर डांट फटकार करने से नाराज होकर छोटा लडक़ा उसी शाम से घर से कहीं चला गया था, जिसे परिजन मोहल्ले, बस स्टैड, रेल्वे स्टेशन तथा कई स्थानों पर खोजबीन किये बालक का पता नहीं चला । 7 जुलाई की प्रात: गुम बालक के दोस्त ने उसे कोतरारोड़ के पास एकांत खंडर में छिपे होने की बात बताया । तब बालक के परिजनों थाना कोतवाली को सूचना दिये जिस पर पेट्रोलिंग पार्टी का बल सउनि राजेन्द्र पटेल, आरक्षक जितेन्द्र दुबे, प्रदीप गहलोत, विकास कुजूर बालक के तलाश में गये जहां खंडर के बाहर खून से जमीन में लिखे शब्दों को पढकर एक बार तो पुलिस पार्टी भी सकते में आ गयी थी किन्तु खंडर में खोजबीन के दौरान बालक सकुशल मिला जिससे परिजनों / पुलिस पार्टी का राहत मिली । बालक को भरोसे में लेकर जब पुलिस पार्टी ने पूछताछ किया तो बड़े भाई द्वारा डांट फटकार करने से घर से भाग जाने की बात बताया तथा खंडर में घुसते समय कांच से हाथ में आयी चोट से निकलने वाले खून से घरवालों को डराने के लिये इस प्रकार से लिखना बताया । बच्चे को सकुशल उसके माता पिता के सुपुर्द किया गया । वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक बी.एन.मीणा ने बच्चों के माता-पिता तथा पालकों से अपील किया है कि बच्चों के साथ मारपीट डांट फटकार अथवा मानसिक दबाव देनी की जगह विश्वास में लेकर उन्हें समझा इस देना श्रेयस्ककर होगा।

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