कराची,पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने कहा है कि वह बीसीसीआई के खिलाफ मुआवजे के मामले को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) तक ले जाएगा। पीसीबी ने इस मामले में 437 करोड़ का मुआवजा मांगा है। इसी मामले को पीसीबी के अध्यक्ष शहरयार खान, कार्यकारी समिति के चेयरमैन नजम सेठी और मुख्य संचालन अधिकारी सुभान अहमद ने पिछले महीने लंदन में बीसीसीआई प्रतिनिधियों के सामने अलग-अलग बैठकों में उठाया था। उन्होंने कहा, ‘इनमें से दो बैठकों में आईसीसी मुख्य कार्यकारी डेव रिचर्डसन भी उपस्थित थे जबकि तीसरी बैठक आईसीसी कार्यकारी बोर्ड की बैठक से अलग हुई और उसमें आईसीसी चेयरमैन शशांक मनोहर भी मौजूद थे। इन तीनों बैठकों में बीसीसीआई अधिकारियों ने तर्क दिया कि वे अपनी सरकार की अुनमति के बिना द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेल सकते हैं।
बीसीसीआई अधिकारियों ने कहा कि दोनों देशों की सरकारों के बीच जारी तनाव के चलते उन्हें सीरीज के लिए मंजूरी नहीं मिल रही और ऐसे में पीसीबी को मुआवजा देने का सवाल ही नहीं उठता। दूसरी ओर पीसीबी अध्यक्ष ने कहा कि यह बात बीसीसीआई को करार पर हस्ताक्षर करने के पहले सोचनी थी। पीसीबी ने कहा कि भारत ने छह सीरीज के लिए करार किया था पर एक भी नहीं खेली। लिहाजा जो नुकसान उसे हुआ है भारतीय बोर्ड उसकी भरपाई करे।