भोपाल,राजधानी की साईबर क्राईम ब्रांच ने दिल्ली से फर्जी कॉल सेंटर चलाने और नौकरी के जरुरतमंद लोगों से पैसे ठगने वाले गिरोह को गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है। बताया जा रहा है इस फर्जी कंपनी ने भोपाल में रहने वाले कई लोगों को बनाकर नौकरी दिलाने का वायदा किया और हजारों की रकम एWठ ली । सायबर सेल अफसरो ने बताया कि भोपाल के खजूरीकला इलाके में रहने वाले रजत शर्मा ने साइबर क्राइम ब्रांच में शिकायत दर्ज कराते हुए कहा कि उन्होंने नौकरी के लिए sप्ग्हा.म्दस् नाम की साईट में रजिस्ट्रेशन कराया। जिसके बाद उन्हे किसी अज्ञात व्यक्ति का कॉल आया। कस्टमर केयर ने फोन पर रजत से प्रोफेसनल्स की तरह सारी जानकारी ली। विप्रो कंपनी में टैक्निकल सपोर्टर की नौकरी लगवाने का वायदा कर कस्टमर कैयर ने रजत को डॉक्यूमेंट सम्बिट करने और 32 हजार रुपए कंपनी के एकाउंट में जमा करवाने को कहा। रजत के द्वारा पैसा जमा करने के बाद कस्टमर केयर का नंबर लगना और कंपनी से किसी भी तरह का कॉन्टेक्ट होना मुश्किल हो गया। जिसके बाद रजत ने साइबर क्राइम ब्रांच में घटना की सारी जानकारी दी। साइबर पुलिस द्वारा की गई जांच में पता चला की यह फर्जी कंपनी नोएडा से चलाई जा रही है। एक ऑफिस को किराए से लेकर कॉलसेंटर के रुप में चल रही कंपनी धोखेबाजों से भरी है। जिसके बाद साइबर पुलिस ने सभी आरोपियों को धोखाधड़ी करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में सामने आया कि यह गिरोह बैरोजगारों को कॉलसेन्टर से कॉल कर अच्छी जॉब दिलाने का झांसा देकर विश्वास में लेते थे और उनसे विभिन्न बैंक खातों, पेटीएम व ऐयरटेलमनी जैसे अन्य माध्यमों से पैसे जमा करवाते थे। अफसरो से आगे मिली जानकारी के मुताबिक कॉल सेन्टर का संचालक गौरव नाम का व्यक्ति था। इसके अलावा मोहित, करण उर्फ रोहन तथा एक महिला फर्जी नामों से लोगो को फोन करते थे, तथा अंकित नाम का व्यक्ति गौरव के लिये फर्जी बैंक खातों की व्यवस्था करता था। फिलहाल पुलिस पांचों आरोपियों से पूछताछ कर रही है और प्रकरण में अन्य लोगों के संलिप्त होने का अंदाजा लगा रही है।
नौकरी का झांसा देकर ऑनलाईन ठगी करने वाले गिरोह को सायबर सेल ने दिल्ली से दबौचा
