चंडीगढ़,हरियाणा सरकार द्वारा राज्य के सभी सरकारी स्कूलों में रिवर्स ओस्मोसिस (आरओ)सिस्टम स्थापित करने के निर्णय से राज्य के सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे विद्यार्थियों को अब आवश्यक खनिजों से युक्त स्वच्छ पेयजल मिला सुनिश्चित होगा।
प्रारंभ में, अगले वर्ष से यह सुविधा शहरी स्कूलों में उपलब्ध करवाई जाएगी और बाद में इस सुविधा का विस्तार ग्रामीण क्षेत्रों के स्कूलों में भी किया जाएगा।
इस आशय का निर्णय केंद्र प्रायोजित योजनाओं की प्रगति की समीक्षा करने के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल की अध्यक्षता में आज यहां हुई एक बैठक में लिया गया। बैठक में वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु और जनस्वास्थ्य अभियांत्रिकी राज्य मंत्री डॉ. बनवारी लाल भी उपस्थित थे।
इसके अलावा, सरकार सरकारी स्कूलों की छतों पर सौर पैनल स्थापित करने की भी योजना बना रही है। इस प्रकार उत्पन्न की जाने वाली सौर ऊर्जा का उपयोग कंप्यूटर चलाने के लिए किया जाएगा।
योजनाओं की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री ने अन्य स्रोतों से ऋणों पर आश्रित रहने की बजाय राज्य के अपने राजस्व को बढ़ाने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने मुख्य सचिव की अध्यक्षता में एक समिति का गठन करने के भी निर्देश दिए, जिसमें वित्त विभाग के अधिकारियों को सदस्यों के रूप में शामिल किया जाएगा ताकि व्यर्थ व्यय को दूर करने और राजस्व व्यय को कम करने के तरीके तलाशे जा सकें।
मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि सभी प्रशासनिक सचिव विभिन्न योजनाओं को परियोजना अनुमोदन बोर्ड को भेजने से पहले उनके यथार्थता प्रस्ताव तैयार करेंगे, ताकि केंद्र द्वारा शीघ्रातिशीघ्र निधि जारी की जा सके। उन्होंने प्रशासनिक सचिवों को उन्हें उन योजनाओं की सूची सौंपने के भी निर्देश दिए जिनके लिए पिछले दो वर्षों से केंद्र से धन प्राप्त नहीं हुआ है, ताकि संबंधित मंत्रालयों से उस बारे बातचीत की जा सके। उन्होंने उन्हें यह भी निर्देश दिए कि केन्द्र प्रायोजित योजना के तहत बजट का समुचित उपयोग किया जाना चाहिए ताकि विकास कार्यों में बाधा न आए।