टोक्यो, जापानी प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने टोक्यो असेंबली चुनाव में अपनी पार्टी की हार के बाद स्वीकार किया कि वे जनता का विश्वास कायम नहीं रख पाए। चुनाव में आधी से ज्यादा सीटें गंवाने के बाद उन्होंने कहा कि इस हार से साबित होता है कि हमने जनभावनाओं को समझने में भूल की है। उल्लेखनीय है कि चुनाव ऐसे समय हुए हैं, जब एक के बाद एक विफलताओं और स्कैंडलों के कारण आबे की लोकप्रियता में गिरावट आयी है। इसका प्रभाव चुनाव परिणामों पर साफ दिखायी दिया है।
टीवी प्रस्तोता यूरिको कोइके द्वारा गठित नई राजनीतिक पार्टी असेंबली की 127 सीटों में से 49 सीटें हासिल कर रविवार को हुए चुनाव में राजधानी की असेंबली का सबसे बड़ा दल बनने में कामयाब रही है। यूरिको ने पिछले साल टोक्यो गवर्नर का पद हासिल किया था। अपनी पार्टी एलडीपी के 57 सीटों से 23 सीटों पर सिमट जाने पर आबे ने कहा हमने इन नतीजों को बेहद गंभीरता से लिया है। उन्होंने कहा कि वह दुबारा जनता का खोया हुआ विश्वास जीतने के लिए एलडीपी को पुनर्गठित करने के लिए कृतसंकल्प हैं। आबे वर्ष 2012 में अर्थव्यवस्था में जान फूंकने के जनादेश के साथ प्रधानमंत्री चुने गए थे।
टोक्यो असेंबली चुनाव में आबे की पार्टी की हार
