रायपुर, 40 लाख के इनामी नक्सली कमांडर हिडमा के छत्तीसगढ़ के बस्तरांचल में मारे जाने की अटकलें तेज हो गई हैं। एक उच्च पदस्थ पुलिस अधिकारी ने दावा किया है कि बीजापुर मुठभेड़ में हिडमा भी मौजूद था, पक्के तौर पर उसे भी गोली लगी है। कुछ खुफिया रिपोर्ट में उसके मारे जाने की जानकारी मिली है, लेकिन इसकी अभी तक पुष्टि नहीं हो सकी है। तीन दिन पहले ‘ऑपरेशन प्रहार’ में उसको गोली लगी थी। बस्तर के आईजी विवेकानंद सिन्हा ने बताया कि अभी हम भी इसकी पुष्टि करने में जुटे हुए हैं। पुलिस के अधिकारी इस मामले में फूंक-फूंककर कदम रख रहे हैं। बिना किसी पुष्ट प्रमाण के वे किसी भी तरह का जोखिम नहीं उठाना चाहते। पुलिस इस मामले की तह तक जाने की जी तोड़ कोशिश कर रही है। बस्तर का स्थानीय निवासी 25 वर्षीय हिडमा पिछले कुछ वर्षों में नक्सली रैंक में तेजी से उभरा था। बीजापुर-सुकमा इलाके में तैनात पीपुल्स लिबरेशन गुरिल्ला आर्मी-एक का वह कमांडर बन गया था। 25 अप्रैल को 25 जवानों की हत्या करने वाली नक्सली टीम की अगुवाई हिडमा कर रहा था। लगभग 300 नक्सलियों ने जवानों को धोखे से घेर कर मार दिया था। इसके पहले 2013 में झीरम घाटी में हुए नक्सली हमले में भी हिडमा शामिल था। इस हमले में छत्तीसगढ़ के बड़े कांग्रेस नेताओं समेत 31 लोग मारे गए थे। यही नहीं, सात साल पहले दंतेवाड़ा में सीआरपीएफ के 75 जवानों को मार गिराने वाली नक्सली टीम में भी हिडमा के शामिल होने की बात कही जाती है।