भोपाल,मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि सभी लोकतंत्र सेनानियों को सम्मान स्वरूप ताम्रपत्र प्रदान किया जायेगा। एक माह से कम समय जेल में निरुद्ध रहने वाले लोकतंत्र सेनानियों को भी सम्मान निधि दी जायेगी। चौहान आज मुख्यमंत्री निवास में लोकतंत्र सेनानी सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। चौहान ने कहा कि लोकतंत्र सेनानियों को जिले में ही चिकित्सा सुविधा की स्वीकृति दी जायेगी। गृह निर्माण मंडलों और विकास प्राधिकरणों द्वारा निर्मित आवासों में स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के साथ लोकतंत्र सेनानियों को भी आरक्षण दिया जायेगा। लोकतंत्र सेनानी के निधन पर उसके पति या पत्नी को पेंशन की पात्रता होगी। स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों की तरह लोकतंत्र सेनानी को शासकीय कार्यालयों और राष्ट्रीय महत्व के कार्यक्रमों में सम्मान दिया जायेगा। लोकतंत्र सेनानियों से संबंधित घोषणाओं के क्रियान्वयन के लिये विधानसभा में कानून बनाया जायेगा।
चौहान ने कहा कि लोकतंत्र सेनानियों ने अपनी जीवटता और संघर्ष से लोकतंत्र की बहाली की। आजादी के बाद देश के लिये सबसे बड़ा दुर्भाग्य आपातकाल था। लोकतंत्र को पुनस्थापित करने का काम लोकतंत्र सेनानियों ने किया। राज्य सरकार मानवीय संवेदनाओं से भरी है और लोक-कल्याण की परंपरा पर चल रही है। हमारी सरकार गरीबों की चिंता करने वाली सरकार है।
कार्यक्रम में लोकतंत्र सेनानी संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष कैलाश सोनी ने कहा कि लोकतंत्र सेनानियों ने स्वतंत्रता की दूसरी लडा़ई लड़ी थी। लोकतंत्र सेनानी संघ के राष्ट्रीय महामंत्री राजेन्द्र गहलोत ने भी संबोधित किया।
मुख्यमंत्री ने आपातकाल विषय पर आयोजित निबंध प्रतियोगिता के विजेताओं को पुरस्कृत किया। इसमें प्रथम पुरस्कार कु. ममता जैन, द्वितीय पुरस्कार कु. रजनी शर्मा और तृतीय पुरस्कार कु. पूर्णिमा तिवारी को मिला।मुख्यमंत्री ने लोकतंत्र सेनानियों सर्वश्री शंकरलाल तिवारी, सूर्यकांत मिश्रा, कामताप्रसाद गौतम, अशोक श्रीवास्तव, राजेन्द्र ताम्रकार और यशपाल सिंह सिसोदिया को सम्मानित किया।आरंभ में स्वागत भाषण राज्य पर्यटन विकास निगम के अध्यक्ष तपन भौमिक ने दिया। आभार प्रदर्शन सुरेन्द्र द्विवेदी ने किया।