मुंबई,बाइकुला जेल में 35 साल की एक कैदी की कथित हत्या के खिलाफ महिला कैदियों के बवाल के एक दिन बाद अब जेल में बंद इंद्राणी मुखर्जी की भूमिका की जांच शुरू हो गई है। सूत्रों ने बताया कि शुरुआती जांच में पता चला है कि इंद्राणी ने महिला कैदियों को हिंसक प्रदर्शन के लिए उकसाया और बच्चों को मानव ढाल के तौर पर इस्तेमाल करने को कहा। गौरतलब है कि बाइकुला जेल में महिला कैदियों को अपने 6 साल के बच्चों के अपने साथ रखने की इजाजत है। साथी कैदी मंजुला शेटे की मौत के विरोध में महिला कैदियों ने हंगामा काटा था, जिसमें जेल के कई कर्मचारी घायल हुए थे। करीब 200 सजायाफ्ता और विचाराधीन कैदियों के खिलाफ गार्ड्स के साथ मारपीट करने और जेल की छत पर चढ़कर हिंसक प्रदर्शन करने के लिए केस दर्ज किया है। शेटे को कथित तौर पर जेल के एक अधिकारी ने पीटा था। हालांकि जेल के अधिकारियों के मुताबिक उसकी मौत हार्ट अटैक से हुई है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि उसके सिर पर कई जख्म थे और उसे अंदरूनी चोट भी लगी थी। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के बाद बाइकुला जेल की सुपरिटेंडेंट मनीषा पोखरकर और 5 गार्ड्स के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया है। जांच में पता चला है कि पोखरकर ने 23 जून को शेटे को कथित तौर पर थप्पड़ जड़ा था और उसी दिन उसकी मौत हो गई थी। इसके बाद से इंद्राणी मुखर्जी ने कैदियों को भड़काना शुरू कर दिया। एक सूत्र ने बताया कि शेटे की मौत के बाद इंद्राणी ने कैदियों से विरोध प्रदर्शन करने को कहा। उसने बच्चों को अपने आगे रखने के लिए कहा ताकि जेल प्रशासन उनके खिलाफ बल प्रयोग न कर पाए।
जेल में दंगे के लिए इंद्राणी ने रची थी साजिश?
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