तेहरान,कतर से प्रतिबंध हटाने के लिए सऊदी अरब, मिस्र, यूएई और बहरीन ने कतर के सामने 13 शर्तें रखी है, जिसे कतर के विदेश मंत्री ने संप्रभुता पर हमला बताते हुए पूरी तरह खारिज कर दिया है। कतर के मुताबिक, ये शर्तें न तो तर्कसंगत हैं और न मानने योग्य। उल्लेखनीय है कि आतंकवादियों को आर्थक सहायता उपलब्ध कराने के आरोप में अरब देशों ने कतर पर प्रतिबंध लगा रखा है।
अरब देशों ने कतर के सामने मांग रखी है कि वह कतर तत्काल मुस्लिम ब्रदरहुड के साथ सभी संबंध खत्म कर ले, जो कि अरब देशों में प्रतिबंधित है। इसके साथ ही अल-जजीरा, अरबी21 और मिडिल ईस्ट आई न्यूज चैनलों को आर्थिक मदद देना बंद करने को भी कहा गया है। इसके साथ ही मुआवजे के रूप में एक निश्चित धनराशि अदा करने की मांग भी की गई है। इन अरब देशों ने मांग की कि कतर सऊदी अरब और अन्य देशों में विपक्षी पार्टियों को दी गई आर्थिक मदद से जुड़ी सभी जानकारी उपलब्ध कराए। अरब देशों ने अमेरिकी प्रशासन के बताए चरमपंथी संगठनों को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराना तुरंत बन्द करने के साथ ही गल्फ को-ऑपरेशन काऊंसिल से संबंध बेहतर करे। इन चार देशों ने कहा है कि कतर ईरान के साथ अपने संबंध कम करने के अलावा तुर्की के सैन्य अड्डे भी बंद कर देना चाहिए। इसके लिए 10 दिन का समय दिया गया है।