नई दिल्ली,इंफोसिस ने कहा कि कंपनी बोर्ड के प्रमोटर्स के साथ किसी भी तरह के मतभेद नहीं हैं और जो भी समस्या खड़ी हुई है वो मीडिया की देन है। कंपनी की सालाना आम बैठक में इन्फोसिस के प्रवक्ता ने बताया कि जनरल मीटिंग के दौरान टॉप मैनेजमेंट और सामान्य एंप्लॉयीज के बीच कॉम्पेन्सेशन गैप लगातार बढ़ रहा है। प्रवक्ता ने माना कि इस मामले में कंपनी बेहतर फैसला ले सकती थी। इस समस्या से निपटने के लिए अब इन्फोसिस ने कॉम्पेन्सेशन की व्यवस्थास का पुनर्गठन करने का फैसला लिया है। कंपनी ने कहा कि ऑटोमेशन के चलते 11,000 नौकरियां गई हैं। इसके अलावा प्रति एंप्लॉयी खर्च में भी 1.2 फीसदी का इजाफा देखने को मिला है। ऑटोमेशन, यूटिलाइजेशन और प्रॉडक्टिविटी में सुधार के चलते ऐसा हुआ है। उन्होंने कहा कि इससे साफ है कि हमारे बिजनस मॉडल में भविष्य में सॉफ्टवेयर की भूमिका कितनी महत्वपूर्ण साबित होने वाली है। अपनी सालाना आम बैठक में कंपनी के प्रवक्ता ने जानकारी दी कि आईटी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी इस बात से पूरी तरह अवगत है कि शीर्ष प्रबंधन और कर्मचारियों के बीच मुआवजा की खाई चौड़ी हो गई है। प्रवक्ता ने माना कि मुआवजे पर कंपनी का संचार और बेहतर हो सकता था। उन्होंने कहा कि इसका समाधान करने के लिए स्टॉक बेस्ड रिवार्ड के आधार पर मुआवजे को पुनर्गठित किया गया है।