रायगढ़,छत्तीसगढ़ के बहुचर्चित कुनकुनी जमीन घोटाले की जांच करने आई अनुसूचित जाति की टीम ने आज सुबह जिला कलेक्टर शम्मी आबिदी की उपस्थिति में राजस्व अधिकारी तथा पुलिस अधिकारियों की संयुक्त बैठक लेकर अपनी प्रारंभिक जांच के बारे में चर्चा की और इस चर्चा के दौरान आयोग की टीम ने कलेक्टर सहित उपस्थित अधिकारियों को बताया कि कुनकुनी क्षेत्र में तीन सौ एकड से भी अधिक जमीनों की खरीदी बिक्री पर बडे पैमाने पर गडबडी की शिकायत लगभग प्रमाणित है और इसके लिए पहले भी आयोग के अध्यक्ष नंदकुमार साय ने कलेक्टर व एसपी को बुलाकर रिपोर्ट लेने के बाद कहा था कि जल्द से जल्द ऐसे जमीनों की रजिस्ट्री निरस्त करे। जिसके बाद लगभग 76 खातेदारों को नोटिस जारी किया गया है पर अभी तक उनके जवाब नही आये है। इसके बाद आयोग की टीम ने कलेक्टर को 60 दिन के भीतर पीडि़त आदिवासियों को न्याय दिलाने के लिए मोहलत दी है। आयोग की टीम आज उद्योगपतियों से भी चर्चा करने के बाद कल सुबह वापस दिल्ली रवाना हो जाएगी। कुनकुनी जमीन घोटाले की जांच करने के बाद आयोग के सदस्य हर्षत भाई चुन्नीलाल वासवा ने एक चर्चा के दौरान बताया कि प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों से बातचीत के बाद जल्द ही आदिवासी किसानों को न्याय मिलने की उम्मीद है और उनकी टीम ने कुनकुनी जाकर 60 से अधिक लोगों के बयान लेकर जांच रिपोर्ट बनानी शुरू कर दी है और यह जांच रिपोर्ट 10 दिनों के भीतर आयोग के अध्यक्ष नंदकुमार साय को सौंपेंगे।