मुंबई,मानसून आते ही मुंबई शहर व उपनगरों में संक्रामक बीमारियां पैर पसारना शुरू कर देती है. खासकर स्वाइन फ्लू (एच1एन 1 वायरस) के फैलने की संभावना बढ़ जाती है. इस साल मुंबई में स्वाइन फ्लू ने अपना कहर बरपाना शुरू कर दिया है. 1 जनवरी से 22 जून तक के आंकड़ों के मुताबिक इस साल अब तक स्वाइन फ्लू के कुल 285 मामले सामने आए हैं जिनमें से 16 लोगों की मौत हो गई है. हालांकि 68 मरीजों को इलाज के लिए अन्य शहरों से मुंबई लाया गया था. इनमें से ६ मरीजों की इलाज के दौरान मौत हो गई है. मरने वालों में एक 7 महीने की गर्भवती महिला समेत तीन महिलाओं का समावेश है. मनपा सूत्रों के मुताबिक मुंबई के धारावी में रहने वाली 24 साल की महिला 7 माह की गर्भवती थी, उसकी मौत हो गई, वहीं मानखुर्द की रहने वाली 45 वर्षीय महिला तथा मालाड के मालवणी की रहने वाली एक महिला की मौत विगत विगत 10 दिनों के दौरान स्वाइन फ्लू से हुई है. बीते एक सप्ताह (16 से 22 जून) की बात करें तो स्वाइन फ्लू के 92 मामले सामने आए हैं. ज्ञात हो कि पिछले साल स्वाइन फ्लू से एक भी मौत का मामला सामने नहीं आया था, जबकि 2015 में 52 लोगों की मौत स्वाइन फ्लू की चपेट में आने से हुई थी वहीं गेस्ट्रो के मरीजों की संख्या में भी बढ़ोतरी देखी जा रही है. इस साल 1 जनवरी से 22 जून तक गैस्ट्रो के करीब ढाई हजार मामले सामने आए हैं. वहीं मुंबई शहर व उपनगरों में संक्रामक बीमारियां के बढ़ते प्रभाव को देखते हुए मुंबई महानगरपालिका ने लोगों के लिए एडवाइजरी जारी की है. इसमें डेंगू, मलेरिया, गेस्ट्रो, चिकनगुनिया जैसी बीमारियों से बचने के लिए बचाव के जरूरी तरीकों की जानकारी दी गई है.