नई दिल्ली, बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की बेनामी संपत्ति के मामले में घिरी बेटी मीसा भारती और उनके पति शैलेश कुमार आखिरकार आयकर विभाग के सामने पेश हुए। कई बार नोटिस दिए जाने के बावजूद वे लगातार अपनी पेशी को टालते आ रहे थे। दोनों से करीब 6 घंटे तक पूछताछ हुई। गौरतलब है कि एक बड़ी कार्रवाई में आयकर विभाग ने दिल्ली से पटना तक लालू प्रसाद यादव के परिवार की कई बेनामी संपत्तियां ज़ब्त कीं, जिनमें लालू की पत्नी राबड़ी देवी, उनके पुत्र तेजस्वी यादव, पुत्री मीसा भारती, दामाद शैलेश कुमार और लालू की अन्य दो बेटियों रागिनी और चंदा यादव की बेनामी संपत्तियां शामिल हैं। ज़ब्त की गई संपत्तियों का बाज़ार मूल्य क़रीब १७५ करोड़ रु बताया है, जबकि दस्तावेज़ों में इनकी क़ीमत महज़ 9.32 करोड़ रु दिखाई है। सभी के खिलाफ केस दर्ज कर नोटिस जारी किया है। हालांकि बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने इसे राजनैतिक बदले की कार्रवाई बताया है, और आरोपों को झूठा करार दिया है। इस मुद्दे पर भाजपा की बिहार इकाई के नेता सुशील मोदी ने तेजस्वी यादव के इस्तीफे की मांग करते हुए कहा कि उन पर लगे आरोप गंभीर हैं, इसलिए यदि वह इस्तीफा नहीं देते हैं, तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को उन्हें बर्खास्त कर देना चाहिए।