लखनऊ, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को यहां दावा किया कि एक जुलाई को नयी कर प्रणाली यानि जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) लागू होने के बाद निकट भविष्य में देश की अर्थ व्यवस्था में बड़ा बदलाव आयेगा। वहीं एक अन्य कार्यक्रम में उन्होंने वैज्ञानिकों के काम की सराहना करते हुए कहा कि वैज्ञानिक एक प्रकार से आधुनिक दृष्टि होते हैं आरोग्य के क्षेत्र में कई चुनौतियां है हमारे वैज्ञानिक अपना पूरा जीवन में खपा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वैज्ञानिक नई दवा बनाते हैं, उन्हें सस्ती दवाओं देने की चुनौती से पार पाना है। उन्होंने वैज्ञानिकों को आधुनिक़ ऋषि की संज्ञा से भी नवाजा।
तीसरे अन्तरराष्ट्रीय योग दिवस पर 50 हजार से अधिक लोगों के साथ कल बुधवार को योग कार्यक्रम में शामिल होने आये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार को दो कार्यक्रमों में शामिल हुए। सबसे पहले श्री मोदी हवाई अड्डे से सीधे केन्द्रीय औषधि अनुसंधान संस्थान (सीडीआरआई) के नवीन भवन का लोकार्पण किया। इस दौरान उन्होंने परिसर में बनी नयी प्रयोगषाला का भी निरीक्षण किया। यहां पहली बार सीडीआरआई आये श्री मोदी की आगवानी संस्थान के निदेशक मधु दीक्षित ने की। प्रधानमंत्री ने परिसर में स्थित महर्षि चरक बागीचे में नीम का एक पौधा लगाया। बाद में श्री मोदी ने संस्थान की प्रयोगशाला का निरीक्षण किया। पंडित जवाहरलाल नेहरू के बाद देश के किसी प्रधानमंत्री का यह पहला दौरा था। देश के पहले प्रधानमंत्री ने वर्ष 1951 में संस्थान का दौरा किया था। इस मौके पर संस्थान में एक प्रदर्शनी भी लगायी गयी है जिसमे दवा उद्योग में सीडीआरआई की भूमिका पर प्रकाश डाला गया है। सीडीआरआई के निदेशक मधु दीक्षित ने बताया कि प्रधानमंत्री के सामने तीन नयी दवाओं को रखा गया, जिसमें एक मलेरिया निषेध, ओस्टियोपोरासिस और रक्त के थक्के जमने का इलाज करने की औषधि है। सुश्री दीक्षित ने बताया कि मलेरिया निषेध औषधि के क्लीनिकल ट्रायल का पहला चरण हो चुका है। मलेरिया की बीमारी की रोकथाम के लिये यह दवा बेहद कारगर साबित होगी।
वहीं सीडीआरआई में कार्यक्रम संपन्न होने के बाद प्रधानमंत्री मोदी थोड़ी ही दूरी पर बने एपीजे अब्दुल कलाम तकनीकी विष्वविद्यालय (एकेटीयू) में आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल हुए। यहां उन्होंने विवि के नए परिसर का लोकार्पण करने के साथ ही लखनऊ-कानपुर 400 केवी पारेषण लाइन को समर्पित किया। इसके अलावा श्री मोदी प्रधानमंत्री आवास योजना के 20 लाभार्थियों को स्वामित्व पत्र भी सौंपा। अपने सम्बोधन में श्री मोदी ने कहा कि एक जुलाई से जीएसटी लागू हो रहा है। ये इस देश के लिए गर्व की बात है। देश के सभी राजनेता, दल और राज्य सरकारें मिलकर एक ऐसा ऐतिहासिक काम करने जा रहे हैं, जिससे एक जुलाई से देश की अर्थव्यवस्था में बहुत बड़ा परिवर्तन आ जाएगा। उन्होंने कहा कि जीएसटी पर आम सहमति बनाने के लिये वह सभी राजनीतिक दलों, राज्य सरकारों, विधानसभा, लोकसभा और राज्यसभा के आभारी हैं। उन्हें विश्वास है कि एक जुलाई के बाद आम नागरिकों और व्यापारियों के सहयोग से सफलता के साथ जीएसटी आगे बढ़ेगी। प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया के लिए यह अजूबा होगा कि इतना बड़ा देश कितना बड़ा ट्रांसफरमेशन कर सकता है। लोकतंत्र की ताकत का दुनिया को पता चलेगा। यह लोकतंत्र में राजनीतिक दलों की गंभीरता का परिचायक है और इसका श्रेय देश के सवा सौ करोड़ लोगों को जाता है।
वहीं प्रधानमंत्री ने यूपी कीयोगी आदित्यनाथ सरकार की कार्यप्रणाली की भी जमकर प्रषंसा की। उन्होंने कहा कि विकास की दौड़ में सरपट भागते इस सूबे की हर गतिविधि पर देश दुनिया के लोगों की बारीक नजर है। उन्होंने कहा कि योगी जी के नेतृत्व में एक के बाद एक कदम उठाए जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश को तेज गति से आगे बढ़ाने के कोशिशों के लिए योगी जी और उनकी टीम को मैं बधाई देता हूं।’ वहीं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपने सम्बोधनम में कहा कि राज्य सरकार आगामी तीन साल में प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना के तहत लगभग 24 लाख आवास बनाए जाएंगे। उन्होंने कहा कि पिछले साल आगरा में प्रधानमंत्री ने यह योजना शुरू की थी लेकिन पूर्व सरकार ने इसमें कोई रूचि नहीं ली और इस योजना में मिले धन का उपयोग नहीं किया। भाजपा की यूपी में सरकार बनने के बाद से इस योजना में छह लाख पंजीकरण हुए। अब तक 5.43 लाख परिवारों को एक आवास की पहली किश्त देने का लक्ष्य बनाया गया है। इस योजना में सरकार की ओर से आवास के लिए एक लाख 20हजार रूपए दिए जाते हैं। चालू वर्ष में दस लाख लोगों को इस योजना का लाभ देने की योजना बनाई गई है।