मुंबई, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप से मुलाकात से पहले ‘मेक इन इंडिया‘ के तहत दुनिया के सबसे एडवांस फाइटर प्लेन एफ-16 निर्माण अब भारत में होगा। अमेरिका की एयरोस्पेस कंपनी लॉकहीड मार्टिन ने भारत के टाटा समूह की कंपनी टाटा अडवांस्ड सिस्टम्स के साथ करार किया है। अमेरिकी राष्ट्रपति की अमेरिका फर्स्ट नीति के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इसी महीने प्रस्तावित यात्रा से पहले यह करार बेहद अहम माना जा रहा है। लॉकहीड मार्टिन और टाटा ने पेरिस एयरशो के दौरान अपने इस करार के बारे में घोषणा की है।
एग्रीमेंट की घोषणा करते हुए दोनों कंपनियों ने कहा कि एफ-16 लड़ाकू विमानों का उत्पादन भारत में होने से अमेरिका में नौकरियों पर कोई फर्क नहीं पड़ेगा। दोनों कंपनियों कहा, इसका फायदा दोनों देशों को होगा। एफ-16 का उत्पादन भारत में होने से भारत और अमेरिका में नई जॉब्स पैदा होंगी। साझा बयान के मुताबिक, भारत एफ-16 लड़ाकू विमानों को दुनिया के अन्य देशों को भी निर्यात कर सकता है।
राजनीतिक जानकारों ने इस व्यापारिक सौदे के बारे में कहा कि इस साल कुर्सी संभालने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति का पूरा जोर ‘अमेरिका फर्स्ट’ नीति की नीति पर है। जिसके तहत अमेरिकी सरकार प्रमुख कंपनियों को अमेरिका में ही निवेश बढ़ाने पर जोर दे रही है, वहीं इसी तरह की मेक इन इंडिया नीति के तहत भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भारत को दुनिया का मैन्युफैक्चरिंग हब बनाना चाहते हैं। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि यह देखना दिलचस्प होगा कि भारतीय पीएम मोदी की ‘मेक इन इंडिया’ नीति और अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप की ‘अमेरिका फर्स्ट’ नीति के बीच जारी टकराव के बीच इन नेताओं की मुलाकात कितनी फायदेमंद रहती है।