श्योपुर,श्योपुर जिले के पांडोली गांव का 300 साल पुराना मंदिर ,एक समानांतर बैंक की तरह पिछले 10 वर्षों से काम कर रहा है ।10 साल पहले नवल पुरी महाराज ने आदर्श ट्रस्ट समिति बनाई थी।इस समिति द्वारा किसानों को लोन दिया जाता है।2000रुपया प्रति बीघा के हिसाब से किसानों को लोन यह समिति देती है। हर साल 50 से 60 किसानों को यहाँ से ऋण मिलता है। ऋण लेने वाले किसान को 1 साल में मूलधन अदा करना होता है। पिछले 10 सालों में जिन किसानों ने यहां से लोन लिया है।उनमे एक भी डिफाल्टर किसान नहीं है । यह सबसे बड़े आश्चर्य की बात है । इस समिति द्वारा किसानों से ना तो कोई गारंटी ली जाती हैं ,और ना ही उनकी जमीन बंधक में रखी जाती है। इसके बाद भी किसान यहां का पैसा समय पर लौटा देते हैं। बदले में मंदिर को जो उनकी इच्छा होती है वह दान भी करते हैं।
पिछले 10 वर्षों में 500 से अधिक किसानों ने यहां से ऋण लिया, और 1 साल के अंदर चुका भी दिया।इस गांव के चाहे हिंदू हो या मुसलमान ,सभी किसानों को ऋण उपलब्ध कराया जाता है । इस समिति से लोन लेने के लिए 50 गांव के किसान यहां आते हैं।300 साल पुराने इस मंदिर पर लोगों की बड़ी आस्था है। लाखों रुपया प्रतिवर्ष का इस मंदिर का चढ़ावा आता है। इसी चढ़ावे से हर साल किसानों को ऋण दिया जाता है। धीरे-धीरे इस समिति की पूंजी बढ़ती जा रही है।केंद्र सरकार, राज्य सरकारें और समाजसेवियों के लिए आदर्श ट्रस्ट समिति एक प्रेरणा के रूप में सामने है।ब्याज के गोरखधंधे ,विशेष रुप से बैंकों द्वारा जिस तरह से ब्याज पर ब्याज लगाकर किसानों के कर्ज को बड़ी तेजी के साथ बढ़ाया जाता है। और उनकी जमीने हड़पने का जो षड्यंत्र रचा जाता है।उस पर नियंत्रण करने के लिए इस समिति से सबक लेने की जरूरत है।
यहां किसानों को बिना गारंटी और बिना बंधक रखे 50000 का मिलता है लोन
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