मुंबई,भारतीय जनता पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने साफ किया कि विपक्षी दलों के पास राष्ट्रपति चुनाव के प्रत्याशी का नाम सुझाने का अब मौका नहीं बचा है। भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी के दो मंत्री राजनाथ सिंह तथा एम. वेंकैया नायडू जब विपक्षी दलों से इस मुद्दे पर बात करने पहुंचे तो उनके पास पहले से कोई नाम नहीं था।
अमित शाह ने कहा कि इसके बाद तय हो गया है कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) राष्ट्रपति पद के लिए प्रत्याशी का नाम स्वयं तय करेगा। मुंबई में संवाददाताओं से बातचीत में भाजपा प्रमुख ने कहा कि अगर वे लोग (राजनाथ सिंह तथा वेंकैया नायडू) पहले से नाम लेकर विपक्षी दलों के पास पहुंचे होते, तो यही पार्टियां शिकायत करतीं कि सरकार ने पहले से सब तय कर रखा है। उन्होंने कहा हम उनसे सुझाव मांगने गए थे।
अगर वे कोई सुझाव नहीं देना चाहते तो तो अब हम उनके पास तब जाएंगे, जब राष्ट्रपति पद के प्रत्याशी पर कोई फैसला ले चुके होंगे। राष्ट्रपति चुनाव के मुद्दे पर अन्य दलों से विचार-विमर्श करने के लिए भाजपा ने एक समिति का गठन किया है। शुक्रवार को समिति के सदस्यों ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी तथा वाम नेता सीताराम येचुरी समेत कई विपक्षी नेताओं से मुलाकात की। कांग्रेस के मल्लिकार्जुन खड़गे ने बाद में कहा कि सर्वसम्मति का सवाल ही पैदा नहीं होता, जब उन्होंने कोई नाम ही नहीं दिए। सीताराम येचुरी ने भी लगभग ऐसी ही बात कही। उन्होंने बताया कि हमने पूछा कि क्या उनका (एनडीए) कोई प्रत्याशी है, तो उन्होंने जवाब दिया कि हमारे पास कई नाम हैं। माकपा नेता ने सवाल किया कि सुझाव मांगकर फैसला लेना बेहतर है, या फैसला कर लेने के बाद सुझाव मांगना?
भाजपा अध्यक्ष ने स्पष्ट किया कि उनकी पार्टी विपक्षी दलों से एक बार फिर विचार-विमर्श करेगी। इस बार समिति सदस्य ‘एक नाम के साथ उनके पास वापस जाएंगे। उन्होंने यह नहीं बताया कि बातचीत का अगला दौर कब से शुरू होगा। माना जा रहा है कि भाजपा के नेतृत्ववाला रागज जल्दी ही राष्ट्रपति पद प्रत्याशी तय करेगा, क्यों कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 24 जून को अमेरिका यात्रा पर जाने वाले हैं। माना जा रहा है कि उनकी यात्रा के पहले राजग प्रत्याशी का नामांकन कर दिया जाएगा।