बिलासपुर,जिला चिकित्सालय के आईसोलेशन वार्ड में भर्ती डायरिया के मरीजों को सिप्रोफ्लाक्सीसिन की ड्रिप चढ़ाते ही आज सुबह 15 मरीजों की तबीयत अचानक बिगडने लगी। इससे अस्पताल में हडक़ंप मच गया। मरीजों की लगातार तबीयत बिगडने व उनको हो रही बेचैनी को देखते हुए सिविल सर्जन ने सिप्रोफ्ला क्सीसिन ड्रिप को हटवाकर दूसरा ड्रिप लगाने का निर्देश दिया। वहीं मरीजों को अन्य दवाइयां एवं इंजेक्शन दी गई। फिलहाल मरीजों की स्थिति सामान्य है। जिला अस्पताल के आईसोलेशन वार्ड में उपचार के लिए भर्ती डायरिया पीडि़त 15 मरीजों को आज सुबह सिप्रोफ्ला क्सीनि नामक ड्रिप चढ़ाया गया था। ड्रिप चढ़ाने के कुछ ही देर बाद ही मरीजों की तबीयत अचानक बिगडने लगी। मरीजों ने बेचैनी व शरीर में खुजली होने की शिकायत करते हुए वार्ड नर्स को इसकी जानकारी दी। वार्ड में मौजूद नर्स ने एक-एक कर मरीजों की तबीयत बिगडने पर घटना की जानकारी तत्काल डॉक्टरों को दी। आनन-फानन में पहुंचे डॉक्टरों ने मरीजों का हाल देखा और लगाए गए ड्रिप को हटवा दिया। इस दौरान पांच मरीजों की हालत गंभीर हो गई थी। मामले की जानकारी लगते ही सिविल सर्जन ने सारे ड्रिप अस्पताल के वार्डाे से वापस मंगा लिए। सिविल सर्जन ने मामले की जांच तक ड्रिप का उपयोग करने पर प्रतिबंध लगा दिया है। मामले की जांच की जा रही है। जिला अस्पताल में ड्रिप चढने के बाद एक-एक कर पांच मरीजों की तबीयत बिगडने के बाद उक्त दवा के उपयोग पर फिलहाल जिला अस्पताल में पाबंदी लगा दी गई है। अस्पताल में दवा सप्लाई करने वाली एजेंसी के अलावा लोकल स्तर पर भी दवाएं खरीदी जाती है। जिला अस्पताल में सारी दवाएं रायपुर सीजीएम एससी से मंगाई जाती है। वहीं तत्काल मेंं आवश्यकता पडने पर स्थानीय तौर पर दवाइयों की खरीदी की जाती है मगर दवाइयां कहां से ली जाती है इसकी जानकारी अस्पताल प्रबंधन द्वारा नहीं दी जाती है।