जबलपुर, पमरे में रेल संचालन हेतु आवश्यक लोको पायलट के पद खाली होने से पायलटों को पर्याप्त रेस्ट व छुट्टी मिलने की समस्या से छुटकारा मिलेगा। डब्ल्यूआरएमएस के अथक प्रयासों से जबलपुर मंडल के १९६ समेत पूरे पमरे में ३५० सहा. लोको पायलटों की बहाली शीघ्र होने जा रही है। उक्त मुद्दे का हल २ दिनी महाप्रबंधक संघ पीएनएम में १४-१५ जून २०१७ को संघ के अध्यक्ष डॉ. आर.पी. भटनाग ने करवाया जिससे अब अत्याधिक कार्य के बोझ तले दबे लोको पायलटों का अपर्याप्त रेस्ट व छुट्टी की समस्या से निजात मिलेगी। उक्त बैठक में डॉ. आर.पी. भटनागर ने रेलकर्मियों की दर्जनों ज्वलंत समस्याओं को पमरे महाप्रबंधक गिरीश पिल्लई के समक्ष रखा जिनमें निम्न मुद्दों पर सहमति बनी- कटनी, सतना रनिंग रूम को विस्तारित कर एयरकूलिंग करना, एसी मेकेनिक को ४ कोच से ज्यादा होने पर अतिरिक्त मैकेनिक लगाना, रीवा स्टेशन कर्मियोंं हेतु डिस्पेंसरी खोलना, रेल अस्पतालों में दवाईयों की कमी दूर करना, टीआरएस शेड, सीएंडडब्ल्यू-आरओएच नकज की छत की सीट बदलना, ट्रेकमेनों को अतिरिक्त कार्य के लिए ओवर टाइम दनो, रिफरल अस्पताल व विभिन्न टेस्टों के लिये प्रक्रिया का सरलीकरण, ६ माह से अधिक समय से भर्ती गंभीर बीमारी से ग्रस्त रेलकर्मियों का मेडिकल बोर्ड करना, सीएडडब्ल्यू व टीआरएस नकज के कर्मियों को सेफ्टी शूज देना, सिक मेमो की अनिवार्यता को हआना, शेडो की क्रेनों की ओवर हॉलिंग करना, वेसिक ट्रेनिंग सेंटर। नकज में मेस द हॉस्टल की सुविधा देना, भोपाल बीना तीसरी लाईन में रेल संचालन हेतु संरक्षा की दृष्टि से एएलपी को रोड लर्निग देना आदि।