भोपाल,मंदसौर में किसान आंदोलन में हुई गोली से 6 किसानों की मौत के बाद कांग्रेस के पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के नेतृत्व में भोपाल की दशहरा मैदान में सत्याग्रह शुरू हुआ इसमें ज्योतिरादित्य सिंधिया प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह राहुल भैया पूर्व केंद्रीय मंत्री सुरेश पचोरी सांसद कांतिलाल भूरिया सांसद विवेक तंखा विधानसभा उपाध्यक्ष राजेंद्र सिंह महिला कांग्रेस की अध्यक्ष शोभा ओझा सेवादल के अध्यक्ष महेंद्र जोशी पूर्व मंत्री हजारीलाल रघुवंशी सहित हजारों की संख्या में कांग्रेस के पदाधिकारी और आंदोलनकारी शामिल थे इस कार्यक्रम के प्रारंभ में नेताओं ने मंच पर गांधीजी की मूर्ति के समक्ष श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए मृतक किसानों को श्रद्धांजलि दी कांग्रेस ने मंदसौर की घटना के बाद काफी आक्रमक रूप अख्तियार कर लिया है इस आंदोलन में पहली बार काफी बड़ी भीड़ एकत्रित हुई है।
सत्याग्रह में संबोधन से पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया ने उपस्थित लोगो के साथ आंदोलन में मारे गए लोगों को लिए दो मिनट का मौन रखकर श्रधांजलि दी।सिंधिया ने कहा कि देश की राजनीती में मानवता एवं हमदर्दी मिट गई है। 6 जून का दिन मंदसौर में घटी घटना पूरे भारत के लिए कलंक का दिन हो गया। अन्नदाता कभी किसी से अपेक्षा नहीं रखता। वह रात दिन मेहनत करकर पूरे देश का पेट भरता है। महात्मा के देश में किसानों के सीने में गोली मारी जा रही है। 6 परिवार के लोग जिनके घर उजड़ गए है। उनके उपर क्या बीत रही है।उन्होंने कहा कि मैने अपने पिता के न होने की पीड़ा झेली है।यह पीड़ा उपर वाले की दी हुई थी। लेकिन उन 6 परिवारों को पीड़ा देने वाले शिवराज और उनकी सरकार है। प्रदेश में रक्षक ही भक्षक बन गए है। उन्होंने मुख्यमंत्री पर तंज कसते हुए कहा, जिसे रक्षा करनी हो वह स्वयं उपवास पर बैठ गया। अनिश्चित कालीन उपवास 24 घंटे में चांदी के गिलास में नारियल पानी पीकर खत्म हो गया। उन्होंने कहा कि अगर मंदसौर में धारा 144 लगी है वहा अशांति है तो शिवराज उपवास से क्यों उठे। शिवराज उड़नखटोले से पीड़ित परिवार से मिलने जा रहे है। 7 परिवारों से मिलने के लिए 7 हेलीपेड बनाये गए है। 5 स्टार उपवास किसानों का उपहास है।मौतों की नीलामी की गई। किसानों को उसकी लागत का मूल्य नहीं मिल रहा है। वही खाद बीज की कीमतें आसमान छूती जा रही है। उन्होंने कहा की बिजली का बिल 3 गुना हो चुका है।