भोपाल,प्रदेश में खुलने वाले सात नए मेडिकल कॉलेजों में अगले सत्र से एमबीबीएस कोर्स शुरू करने प्रक्रिया शुरू हो गई है। संचालनालय चिकित्सा शिक्षा कोर्स शुरू करने इसी साल एमसीआई को आवेदन करने जा रहा है, ताकि एमबीबीएस कोर्स अगले सत्र से शुरू हो सके। यदि सब कूछ ठीकठाक रहा तो प्रदेश में अगले सत्र (2018-19) से एबीबीएस की 800 सीटें बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है। चिकित्सा शिक्षा संचालनालय (डीएमई) के अफसरों ने बताया कि 2018-19 के सत्र से एमबीबीएस कोर्स शुरू करने के लिए इस साल जून-जुलाई में एमसीआई को आवेदन करना है। इसके लिए सातों नए मेडिकल कॉलेजों के डीन को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। सभी डीन ने एमसीआई को ओवदन के लिए तैयारी शुरू कर दी है।
नए मेडिकल कॉलेजों में अगले सत्र से एमबीबीएस कोर्स शुरू करने में सबसे बड़ी चुनौरी एसोसिएट प्रोफेसर और प्रोफेसर के पदों पर भर्ती है। इन पदों को पदोन्नति से भरा जाता है। मौजूदा छह कॉलेजों में इतनी फैकल्टी नहीं है कि उन्हें पदोन्नत कर इन पदों को भरा जा सके। शासन अब इन पदों पर भर्ती के लिए विशेष योजना बना रहा है। असिस्टेंट प्रोफेसर्स की भर्ती व्यापमं या फिर एमपी ऑनलाइन से करने की तैयारी है। इसके अलावा एसोसिएट प्रोफेसर व प्रोफेसर के पदों को सीधे भरने पर भी शासन विचार कर रहा है। सरकारी मेडिकल कॉलेजों से 65 साल की उम्र में रिटायर हो चुके टीचर्स को भी 68 साल तक संविदा में रखा जा सकेगा।
अधिकारियों ने बताया कि कॉलेज बिल्डिंग बनाने का काम सभी मेडिकल कॉलेजों में चल रहा है। अधिकांश जगह 30 से 50 फीसदी तक काम पूरा हो गया है। निर्माण एजेंसी ने अक्टूबर-नवंबर में एमसीआई के टीम का दौरा होने तक ज्यादातर काम पूरा करने का भरोसा दिलाया है। फैकल्टी व अन्य पद भी सभी कॉलेजों के लिए स्वीकृत हो गए हैं। अब इन पदों के लिए भर्ती प्रक्रिया शुरू होने वाली है।
विदिशा और रतलाम मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस की 150-150 सीटें हैं, जबकि शहडोल, छिंदवाड़ा, शिवपुरी, दतिया और खंडवा में 100-100 सीटें हैं। इस बारे में मेडिकल एजुकेशन कमिश्नर मनीष रस्तोगी का कहना है कि 2018-19 से नए मेडिकल कॉलेजों में एमबीबीएस कोर्स शुरू करने की कोशिश है। इसके लिए इसी साल एमसीआई को आवेदन करना है।