जबलपुर,रानी दुर्गावती चिकित्सालय (एल्गिन हॉस्पिटल) की स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. श्रीमति शुभ्रा राज ने अपेन बेडरूम में रस्सी का फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली। घटना के वक्त डॉ. शुभ्रा ने अपनी दो मासूम बच्चियों को पड़ोस में रहने वाली सहेली के घर भेज दिया था और बच्चियों से ही घर के बाहर ताला लगवा दिया था। करीब दो घंटे बाद बच्चियां खेलकर वापस लौटी और घर का ताला खोला तो घर पर अपनी माँ को फांसी के फंदे पर लटका देख उनके मुंह से चीख निकल आई। डॉ. शुभ्रा ने सुसाइड नोट में लिखा है कि मैं टूट चुकी हूूँं, मैं अब और जीना नहीं चाहती। इसके अलावा भी और बहुत सारी बातें सुसाईड नोट पर लिखीं हैं जिनके आधार पर पुलिस विवेचना कर रही है। बताया गया है कि डॉ. शुभ्रा का अपने पहले पति से तलाक हो चुका था और वे एक अन्य डॉक्टर साथ रहने लगीं थीं। उनके साथ उनके पहले पति से दो बच्चियां भी
रहतीं थीं। संजीवनी नगर पुलिस थाने से प्राप्त जानकारी के अनुसार रानी दुर्गावती चिकित्सालय (एल्गिन हॉस्पिटल) की स्त्री रोग विशेषज्ञ ४० वर्षीय डॉ. शुभ्रा राज का अपने पति डॉ. अशोक विद्यार्थी से तलाक हो चुका था। इसके बाद वे ओजस होम धनवंतरी नगर में डॉ. आशीष राज के साथ रहने लगीं थीं। कल शाम ७ बजे के बाद डॉ. शुभ्रा ने अपनी १० साल की बेटी मिष्ठी और २ साल की बेटी पीहू को पड़ोस में रहने वाली सहेली के घर खेलने के लिए भेज दिया। डॉ. शुभ्रा ने अपनी बच्चियों से कहा कि वे सोने जा रहीं हैं तुम लोग घर के बाहर ताला लगाकर जाओ, माँ के कहने पर बच्चियों ने बाहर से ताला लगाया और रात ८ बजे जब बच्चियां खेलकर लौंटी और उन्होंने घर के अंदर प्रवेश किया तो माँ को बेडरूप में फांसी पर लटका देख वे चीख चिल्ला उठीं। पास-पड़ोस के लोग आ गये और पुलिस को सूचना दी। घटना की सूचना मिलने पर गोरखपुर सीएसपी अंजुलता पटले संजीवनी नगर टीआई संजय भलावी मौके पर पहुंचे। प्ररांभिक पूछताछ पर पता चला कि डॉ. शुभ्रा जिन डॉ. आशीष के साथ रहतीं थीं वह पहले से शादीशुदा है आशीष और शुभ्रा के बीच कई मर्तबा विवाद हुआ। जिस पर उन्होंने एक बार डॉ. आशीष के खिलाफ रेप की शिकायत भी दर्ज कराई थी। पुलिस ने मौके से सुसाइड नोट जप्त कर लिया है और मर्ग कायम कर मामले की जांच की जा रही है।
पहले पति ने दिया तलाक, दूसरे ने की बेवफाई, लेडी डॉक्टर ने फांसी लगाई
