नई दिल्ली/ भोपाल, मध्य प्रदेश में हाल ही में किसान आंदोलन के दौरान कुछ जिलों में हिंसा और आगजनी की घटनाओं को देखते हुए प्रदेश में अलर्ट जारी किया गया है। उधर, किसान नेता शिवकुमार ने शनिवार को दिल्ली में एक प्रेस कांफ्रेंस की। मप्र सरकार को हत्यारी सरकार बताते हुए उन्होंने कहा कि सरकार किसानों के दमन पर उतारू है। हम तो शांतिपूर्ण आंदोलन करना चाहते थे, लेकिन सरकार ने मंदसौर में किसानों पर गोलियां चलवाकर ठीक नहीं किया। शर्मा ने कहा कि अपनी बात रखने के लिए हम 15 जून को दिल्ली स्थित जंतर-मंतर पर राष्ट्रव्यापी आंदोलन करेंगे। इस आंदोलन में मप्र, पंजाब, हरियाणा सहित अन्य राज्यों से भी हजारों की संख्या में किसान शामिल होंगे। आंदोलन के मद्देनजर 16 जून को दोपहर 12 से 3 बजे तक सभी राजमार्ग बंद रहेंगे। शर्मा ने मोदी सरकार को पूंजीपतियों की सरकार बताते हुए कहा कि आंदोलन को भड़काने में सरकार का ही हाथ है। आंदोलन की शुरुआत से लेकर अब तक 12 किसान शहीद हो चुके हैं, लेकिन मप्र सरकार के मंत्री सिर्फ बयानबाजी ही कर रहे हैं। मंदसौर गोलीकांड पर नाराजगी जाहिर करते हुए शिवकुमार शर्मा ने कहा कि, पुलिस ने किसानों के हाथ-पैर नहीं बल्कि किसानों के सीने पर गोली मारी है। एमपी के सीएम पर हत्या का केस दर्ज किया जाना चाहिए। इतना ही नहीं शर्मा ने कहा कि मप्र की सरकार को बरखास्त कर वहां राष्ट्रपति शासन लागू कर दिया जाना चाहिए।
सातवे किसान के परिजन को भी मिलेंगे 1 करोड़
शासन ने मुआवजे की मांग मानी
मंदसोर। आंदोलन के दौरान पुलिस पिटाई से मारा गया मृतक घनश्याम धाकड़ के परिजनों की मांग थी कि जब तक उसकी मौत की जांच की घोषणा और आन्दोलन में मारे गए अन्य किसानों के बराबर मुआवजे और आश्रित को नौकरी की घोषणा के बिना उसका अंतिम संस्कार नहीं किया जाएगा। इस पर कलेक्टर ओपी श्रीवास्तव ने मौके पर पहुंचकर उसकी मौत की जांच करवाने और उसके परिजनों को अन्य मृतकों के सामान मुआवजा और अन्य सुविधाएं देने की घोषणा की इसके बाद उसका अंतिम संस्कार किया गया। गौरतलब है उसकी मौत की सूचना मिलने पर पत्नी रेखा ने कीटनाशक पीने की कोशिश की थी।
किसान नेता ने किया ऐलान, 15 को जंतर-मंतर से होगा राष्ट्रव्यापी आंदोलन
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