भोपाल,रेल यात्रियों को आराम दायक एवं सुरक्षित यात्रा कराने के मकसद से भोपाल रेल मंडल में पुराने कोच को हटाने काम प्रारंभ हो गया है। रेलवे बोर्ड से आदेश जारी होने के बाद पुराने कोचों को बदलने की कार्ययोजना पर काम चालू हो गया है। यात्रियों की सुरक्षा के मद्देनजर रेलवे यह ड्राइव चला रहा है।पमरे में करीब 2 हजार कोच 25 साल से अधिक पुराने बताए जाते हैं। रेलवे अब एलएचबी और टेल्गो श्रेणी के हाईटेक कोच पर काम कर रहा है। ये कोच टेलीस्कोपिक होते हैं। इनमे न जर्क लगते हैं और न एक्सीडेंट के समय अधिक नुकसान होता है। इनको 120 से 160 की गति से दौड़ाना भी मुमकिन है।
पश्चिम मध्य रेलवे सहित भोपाल रेल मंडल में 1992 से पूर्व बने कोचों को चिन्हित किया जा रहा है। इनको सूचीबद्ध करने का काम सीएनडब्ल्यू के पास रहेगा। पुराने कोचों को अब एमएलआर के लिए कोच फेक्टरी नहीं भेजा जाएगा, बल्कि इनके मटेरियल को रीसाईकिल किया जाएगा। जो नई बोगियां ट्रेनों में लगेंगी वह यात्री सुविधाओं के साथ आरामदायक हैं। कपूरथला, चैन्नई सहित निशातपुरा रेल कोच फेक्टरी में अत्याधुनिक कोच बनेंगे। कोच प्रोडक्शन को आउट टर्न को भी बढ़ाया जा रहा है। फेक्टरियों के एक्सटेंशन पर भी काम चल रहा है।
25 साल पुराने दो हजार से ज्यादा कोच बदलेंगे
