गुरुग्राम,गुरुग्राम के मानेसर में 9 महीने की बच्ची की हत्या और उसकी मां के साथ ऑटो में गैंगरेप करने वाले मामले में 9 दिन बाद पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया है। आरोपी योगेंद्र को पुलिस ने बुधवार सुबह बुलंदशहर से गिरफ्तार किया। दूसरा आरोपी अमित भी बुधवार की शाम गुरुग्राम से ही गिरफ्तार किया है। गुरुग्राम गैंगरेप केस में लिप्त तीसरा आरोपी जयकेश भी बुलंदशहर से अरेस्ट कर लिया गया। इस मामले में लापरवाही बरतने पर एक महिला पुलिसकर्मी को निलंबित कर दिया है।
पुलिस ने बताया कि तीनों आरोपी मूलरूप से यूपी के बुलंदशहर के रहने वाले हैं। वे पैसा कमाने के लिए गुरुग्राम आए थे और किराए पर ऑटो चलाते थे। गुरुग्राम के मानेसर में हुई गैंगरेप की वारदात में गिरफ्तार छतारी थाना क्षेत्र के गांव रुनसी निवासी योगेंद्र के पिता वेदपाल किसान हैं। पूरे घटनाक्रम को जानकर वे बेहद हताश हैं। उन्होंने योगेंद्र को पढ़ाने के बहुत प्रयास किये लेकिन वह दसवीं से आगे नहीं पढ़ सका। एक महीने पहले योगेंद्र को उन्होंने डांट दिया था। इससे नाराज होकर वह गुरुग्राम में रह रहे अपने साथी जयकेश और अमित के पास चला गया। बुधवार दोपहर उसकी गिरफ्तारी की उन्हें सूचना मिली। वे चाहते हैं कि पुलिस मामले की निष्पक्ष जांच करे। उन्होंने टूटी आवाज में कहा कि यदि योगेंद्र दोषी है तो उसे फांसी पर चढ़ा दिया जाए। वह समझ लेंगे कि उनका कोई पुत्र नहीं था। परिजनों से पूछताछ में पता चला कि जयकेश और अमित छह महीने से गुरुग्राम में रहते थे। जयकेश दसवीं फेल है। उसके पिता सतपाल सिंह पूर्व प्रधान हैं। जबकि अमित बीएससी कर रहा है। जयकेश और अमित के परिजनों ने उन्हें निर्दोष बताया है। साथ ही पुलिस से निष्पक्ष जांच की मांग की है।