नीमच के डिनवा गांव में मृतक किसानों के परिजनों से मिले राहुल

भोपाल/मंदसौर, किसान आंदोलन के 8वें दिन मंदसौर में शांति रही। जिला प्रशासन ने शाम 6 बजे से 6 बजे तक कफ्र्यू में छूट दी। वहीं शाजापुर, धार तथा राजगढ़ में आंदोलनकारी सड़कों पर उतरें। धार में किसान आंदोलनकारी नेशनल हाईवे पर चक्काजाम करने एकजुट हुए थे। पुलिस ने आंदोलनकारियों को वहां से हटाने का प्रयास किया। नाराज आंदोलनकारियों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। इसके बाद पुलिस ने आंदोलनकारियों पर आएं आंसू गैस के गोले दागे। इसके बाद भीड़ तितर बितर हुई। गौरतलब है कि मंगलवार को मंदसौर में बेकाबू भीड़ पर सीआरपीएफ की फायरिंग से हुई 6 मौतों के बाद, किसान बेकाबू हो गए थे। तभी से किसानों की हिंसा जारी है। बुधवार शाम को जहां प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंदसौर मामले पर बैठक की। वहीं, गुरुवार को कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी को मंदसौर पहुंचने से पहले ही हिरासत में ले लिया गया। राहुल गांधी ने राजस्थान के उदयपुर से मध्य प्रदेश सीमा में घुसे और नीमच के रास्ते मंदसौर के लिए बाइक से निकले। इसी बीच पुलिस को चकमा देकर मंदसौर की तरफ आगे बढ़ गए, लेकिन पुलिस ने दो किमी आगे नीमच के पास जीरण में हिरासत लिया। इसके बाद खोर स्थित विक्रम सीमेंट के गेस्ट हाउस लेकर गई है, इसे रेस्ट हाउस को अस्थाई जेल में बदला गया है। पुलिस द्वारा रोकने पर राहुल आक्रोशित हो गए। राहुल ने कहा- मैं सिर्फ किसानों से मिलना चाहता हूं। लेकिन बिना वजह बताए मुझे हिरासत में ले लिया गया है। पुलिस को पास आता देखकर राहुल गांधी ने खेतों की ओर दौड़ लगा दी। इसके बाद पुलिस भी राहुल के पीछे दौड़ पड़ी और उन्हें पकड़ लिया। यहां उनकी पुलिस के साथ हल्की हल्की झड़प भी हुई। इसके बाद राहुल गांधी को रिहा कर दिया गया और प्रशासन ने किसानों से मिलने की अनुमति दी तो वे नीमच के डिनवा गांव पहुंचे और मृतक किसानों के परिजनों से मुलाकात की।
-शाजापुर में 4 घंटे जाम-पथराव
शाजापुर के एनएच 3 पर आंदोलनकारियों ने जाम लगाया। जिला प्रशासन ने धारा 144 लागू होने तथा आंदोलनकारियों को नेशनल हाइवे से हटाने का प्रयास किया। 4 घंटे तक पुलिस आंदोलनकारियों को हटाने का प्रयास करती रही। पुलिस ने बल प्रयोग कर खदेड़ा तो प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पथराव कर दिया। पुलिस ने 1 दर्जन से अधिक आंदोलनकारियों को गिरफ्तार कर भीड़ को तितर बितर किया। शाजापुर में अभी भी तनाव की स्थिति बनी हुई है। राजगढ़ जिलों के ब्यावरा में प्रदर्शनकारियों ने नेशनल हाइवे पर राजमार्ग पर जाम लगाने का प्रयास किया। पुलिस और प्रदर्शनकारियों में झड़प हुई। भीड़ ने थाना प्रभारी के साथ मारपीट करने के भी समाचार मिले है।
-पुलिस को चकमा देकर जा रहे थे राहुल
राहुल गांधी गुरुवार सुबह 9.30 बजे हेलिकॉप्टर से दिल्ली से उदयपुर पहुंचे, जिसके बाद वे किसानों से मिलने के लिए मंदसौर रवाना हुए। राहुल गांधी कांग्रेस नेताओं के साथ राजस्थान से मध्यप्रदेश आए थे। इससे पहले, मध्यप्रदेश पुलिस ने राहुल को नयागांव बैरियर पर रोकने की पूरी तैयारी की थी, लेकिन वे पुलिस को चकमा देकर कांग्रेस विधायक जीतू पटवारी के साथ बाइक पर बैठकर चिंताखेड़ा के रास्ते मंदसौर के लिए निकल गए। राहुल के साथ प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव, सचिन पायलट भी थे। इसके अलावा उनके साथ बड़ी तादाद में उदयपुर से कांग्रेसी कार्यकर्ता भी आए थे। जिससे पुलिस को उन्हें (राहुल) हिरासत में लेने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। पुलिस ने करीब 62 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया है।
-किसानों की मौत के लिए मोदी-शिवराज जिम्मेदार : राहुल
जब उनसे पूछा गया कि फायरिंग में मारे गए किसानों के लिए कौन जिम्मेदार है, तो उन्होंने कहा- नरेंद्र मोदी जी और सीएम। जीरण में राहुल ने कहा, मैं सिर्फ किसानों से, जो हिंदुस्तान के नागरिक हैं, उनसे मिलना चाहता हूं। उन्होंने देश के सबसे बड़े आदमी का कर्ज माफ किया है, लेकिन किसान का कर्ज माफ नहीं कर सकते। मैं कहता हूं कि मोदीजी न किसान का कर्जा माफ करते हैं, न बोनस देते हैं। आरएसएस से आपकी विचारधारा नहीं मिलती है, तो आप अंदर नहीं जा सकते हैं। आप किसी से मिल नहीं सकते हैं। मैं हिंदुस्तान के नागरिकों से मिलना चाहता हूं।

सभी कांग्रेस के दिग्गज नेता पहुंचे
राहुल के साथ कमलनाथ, दिग्विजय सिंह, मोहनप्रकाश, कांतिलाल भूरिया, शोभा ओझा, अजय सिंह, एनसीपी चीफ शरद पवार और जेडीयू नेता शरद यादव थे, लेकिन इन सभी को एमपी की बॉर्डर पर भी रोक लिया गया था। सिर्फ राहुल ही पुलिस को चकमा देकर मंदसौर के नजदीक पहुंच पाए थे।

शाजापुर में तनाव बरकरार
उधर, शाजापुर में किसानों का प्रदर्शन अब भी बेकाबू बना हुआ है। शाजापुर में किसानों ने वाहनों पर पथराव कर दिया है और हजारों किसानों ने एनएच 3 को जाम कर दिया।
ताजा घटनाक्रम में मंदसौर में हालातों पर पुलिस ने काबू पा लिया है। गुरुवार शाम 4 से 6 बजे तक महिलाओं और बच्चों के लिए कफ्र्यू में ढील दे दी गई।

असामाजिक तत्व खराब कर रहे माहौल : शिवराज
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि बातचीत और चर्चा से सभी मुद्दों का समाधान निकालने के लिए तैयार हैं। असामजिक तत्व राज्य का माहौल खराब करना चाहते हैं। इनसे सख्ती से निपटा जाएगा।

हम राजनीति करने नहीं आए : कमलनाथ
कमलनाथ ने कहा कि हम यहां राजनीति करने नहीं आए थे, केवल मृत किसानों के परिवारों से मिलना चाहते थे। लेकिन बिना बताए गिरफ्तार कर लिया।

कैलाश विजयर्गीय ने अपनों को ही घेरा
भाजपा महासचिव कैलाश विजयवर्गीय ने कहा- गृह मंत्री भूपेंद्र सिंह को फायरिंग में मारे गए लोगों पर जिम्मेदारी के साथ बयान देना था। बता दें कि भूपेंद्र सिंह ने पहले कहा था पुलिस ने गोली नहीं चलाई। वहीं गुरुवार को कहा कि किसान पुलिस की गोली से ही मारे गए।

बिना नंबर गाड़ी में सफर करके घिरे राहुल
राहुल गांधी जिस बाइक में मंदसौर जा रहे थे उस काफिले की किसी भी गाड़ी में नंबर नहीं था। बाइक में तीन लोग सवार थे। राहुल जिस बाइक में सवार थे उसमें किसी ने भी हेलमेट नहीं लगाया था। पुलिस राहुल पर इस मामले में कार्रवाई की तैयारी कर रही है।

एक नजर में खबर
-मंदसौर, पिपलिया मंडी, नारायणगढ़ और मल्हारगढ़ में कफ्र्य़ू अभी भी जारी
-दलोदा और सुमात्रा में भी धारा 144 लगाई
– मंदसौर में शाम 4 से 6 बजे तक कफ्र्यू में ढील
-राजस्थान सीमा सील
– सीमेंट फैक्ट्री के रेस्ट हाऊस को अस्थायी जेल बनाया
-राहुल गांधी की शांति भंग करने के आरोप में गिरफ्तार
– राहुल गांधी को जेल वाहन में ले जाने पर एसपीजी ने जताई आपत्ति
-नीमच एसपी के साथ एसपीजी के कमांडो की तीखी तकरार
-राहुल गांधी जिस खेत में मौजूद है वहां मधुमक्खी का छत्ता टूटा, पूरे इलाके में अफरातफरी मची
महाराष्ट्र : आंदोलन के बीच किसानों की खुदकुशी जारी
5 किसान दे चुके हैं जान
किसान आंदोलन के आठ दिन बीतने के दौरान महाराष्ट्र में 4 किसान जान दे चुके हैं। 1 जून के बाद गुरुवार तक राज्य में कम से कम 5 किसानों की खुदकुशी की खबर आई है।
-पुलिस ने कहा कि रमेश रामदास दलवी (26 वर्षीय) ने जलना जिले के भोकारदार तहसील में अपने खेत में फांसी लगा ली। पुलिस के अनुसार, दलवी ने एक सप्ताह पहले भी खुदकुशी का प्रयास किया था, लेकिन कुछ पड़ोसियों ने उसे उस समय रोक दिया था।
-नांदेड़ जिले में बुधवार को 40 साल के परमेश्वर वानखेड़े ने फांसी लगा ली।
-बुलढाणा के मेहकर तहसील में किसान संजय घानवाट (46 वर्षीय) ने कृषि में नुकसान होने पर खुदकुशी कर ली
-नासिक जिले के येवला तहसील में पांच जून की रात को नवनाथ चांगदेव भालेराव ने जहरीला पदार्थ पीकर आत्महत्या कर ली
कर्नाटक : यहां भी आंदोलन की तैयारी
कर्नाटक-कर्नाटक के किसान भी फसलों के उचित मूल्य निर्धारण और कर्ज माफी को लेकर आंदोलित हैं। भाजपा नेता जगदीश शेट्टर ने चेतावनी दी है कि किसानों को कर्जमाफी नहीं मिली तो व्यापक आंदोलन शुरू किया जाएगा। कर्नाटक कृषि विभाग के अनुसार 1 अप्रैल से 2015 से 11 जनवरी 2016 के बीच कर्नाटक में आर्थिक परेशानियों से तंग आकर 1300 किसानों ने आत्महत्या कर ली। जबकि 2014 में केवल 321 लोगों ने आत्महत्या की थी।

लगाए आरोप कर्ज माफी की जगह किसानों को गोली मार रही सरकार
-मंदसौर नहीं पहुंच पाए राहुल, नीमच के जीरण में हिरासत में लिए गए
-हिरासत में लिए गए राहुल गांधी बोले, मैं जमानत नहीं कराऊंगा
– बाद में रिहा किए गए राहुल पहुंंचे डिनवा गांव, मृतक के परिजनों से मिले
-कांग्रेस नेता कमलनाथ भी राहुल गांधी के साथ पहुंचे
-गृहमंत्री ने स्वीकारा- पुलिस की गोली से ही मारे गए किसान
– बिना नंबर की बाइक में तीन लोगों संग बिना हेलमेट सवार होकर घिरे राहुल
-राहुल के काफिले की किसी भी गाड़ी में नहीं था नंबर
– महाराष्ट्र में भी हड़ताल जारी: 8 दिन की हड़ताल के दौरान 5 किसानों ने की आत्महत्या

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