चंडीगढ़, अब हरियाणा के सरकारी अस्पतालों में निमोनिया से बच्चों को बचाने के लिए १२ हजार रु का टीका मुफ्त लगेगा। प्रदेश सरकार ने यूनिसेफ (यूनाइटेड नेशंस चिल्ड्रेंस फंड) के साथ समझौता किया है। टीकाकरण पर करीब ६०० करोड़ रु खर्च किए जाएंगे। स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज की मौजूदगी में ‘न्यूमोकोकल कांजूगेट वैक्सिन खरीद’ समझौता ज्ञापन पर स्वास्थ्य मिशन के निदेशक अमनीत पी.कुमार तथा यूनिसेफ के भारतीय प्रतिनिधि लुइस जार्ज आर्सेनॉल्ट ने हस्ताक्षर किए। वायरस को नियंत्रित करने के लिए आशा वर्कर्स को प्रशिक्षित किया जाएगा ताकि पांच साल तक का कोई बच्चा इससे वंचित न रहे। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि समझौते से प्रदेश के साढ़े पांच लाख बच्चों को फायदा होगा जिन्हें टीके की तीनों खुराक मुफ्त उपलब्ध कराई जाएगी। बाजार में यह टीका ९ से १२ हजार रुपये में मिलने के कारण गरीब लोग इसे नहीं लगवा पाते थे। न्यूमोकोकस बैक्टीरिया से होने वाली यह बीमारी करीब १६ फीसद बच्चों की मृत्यु का बड़ा कारण है। निमोनिया को नियंत्रित करने के लिए यूनिसेफ हमें यह वैक्सिन लागत मूल्य पर उपलब्ध कराएगा जिसका पूरा खर्च प्रदेश सरकार वहन करेगी। यह वैक्सिन सरकारी अस्पतालों में अगले २-३ महीनों में मिलनी शुरू हो जाएगी। इससे प्रदेश में शिशु मृत्यु दर में कमी आएगी।