नई दिल्ली,भारतीय सेना में पुराने पड़ चुके चीता और चेतक हेलिकॉप्टर का स्थान लेने जा रहे कामोव हेलिकॉप्टर का निर्माण जल्द शुरू होगा। ‘मेक इन इंडिया’ के इस अहम प्रॉजेक्ट के तहत बेहद पुरानी मांग अब पूरी होने जा रही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल की रूस यात्रा में बताया था कि हेलिकॉप्टर के लिए संयुक्त प्रयास शुरू हो गया है। भारत सरकार के कॉरपोरेट मंत्रालय ने पिछले महीने ही इंडिया-रशिया हेलिकॉप्टर्स लिमिटेड के गठन को मंजूरी दी है। हिन्दुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड और रूसी कंपनियों के जॉइंट वेंचर में २ इंजन वाले मल्टी-यूटिलिटी लाइट हेलिकॉप्टर कामोव बनेगा, जो ऊंचाई वाले इलाकों में काफी कारगर बताया गया है।
इस प्रॉजेक्ट के लिए हुए करार के अनुसार ६० तैयार हेलिकॉप्टर रूस से आएंगे, जबकि ४० को भारत में असेंबल किया जाएगा। बाकी बचे १०० हेलिकॉप्टर पूरी तरह से भारत में तैयार किए जाएंगे। रूसी खेमे से संकेत मिले हैं कि पहली डिलीवरी २०१८ तक मिल सकती है। डील के तहत सभी हेलिकॉप्टरों की सप्लाई ९ साल में पूरी होने की उम्मीद है।
पिछले साल अक्टूबर में डील के लिए बात बन गई थी, लेकिन इसमें देर हो गई। प्रॉजेक्ट पर करीब से नजर रखने वालों का कहना है कि रूस से आने वाले हेलिकॉप्टर भारत में बनने वाले हेलिकॉप्टरों से सस्ते बताए जा रहे थे, इसलिए बातचीत लंबी चली। हेलिकॉप्टर के वजन को लेकर भी कुछ समस्या थी, जिन्हें सुलझा लिया गया है।