नई दिल्ली, भाजपा के द्वारा देश के दक्षिण राज्यों में मजबूत आधार बनाने की कोशिशों के बीच कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने भी दक्षिण के राज्यों में अपनी पैठ मजबूत करने की तैयारी में जुट गए है।राहुल गांधी का यह दौरा बहुत अहम माना जा रहा हैं क्योंकि कर्नाटक में अगले साल चुनाव होने वाले है।इसके साथ ही अम्मा की मौत के बाद अब तमिलनाडू का सियासी गणित कुछ बदल रहा हैं इस बदलते गणित में भाजपा अपना वजूद बनने की स्थिति में आ रही है। इन बातें के बीच राहुल का यह दौरा बहुत अहम माना जा रहा है। राहुल गांधी इस हफ्ते तेलांगना, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश का दौरा करने की तैयारी में हैं, जिसका मकसद केंद्र सरकार के खिलाफ विपक्ष के अभियान को मजबूत बनाना है। पार्टी सूत्रों के अनुसार, राहुल गांधी एक जून को हैदराबाद के समीप संगारेड्डी में एक रैली को संबोधित करेंगे। तीन जून को वह डीएमके अध्यक्ष एम करुणानिधि के जन्मदिन के अवसर पर आयोजित एक कार्यक्रम में शामिल होंगे, जहां बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला, राजद प्रमुख लालू प्रसाद, एनसीपी नेता शरद पवार, तृणमूल कांग्रेस संसदीय पार्टी प्रमुख सुदीप बंदोपाध्याय, सीपीआई(एम) महासचिव सीताराम येचुरी, सीपीआई सांसद डी राजा और पुंडुचेरी के मुख्यमंत्री वी नारायणस्वामी इत्यादि भी शामिल होने जा रहे है पिछले हफ्ते भाजपा शासित केंद्र सरकार के तीन साल पूरे होने के अवसर पर कांग्रेस के नेतृत्व में प्रमुख विपक्षी पार्टियां एक साथ एक मंच पर आई थीं। आगामी राष्ट्रपति चुनाव के मद्देनजर कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सभी विपक्षी पार्टियों को लंच पर आमंत्रित किया था और वे एकजुट भी नजर आए। इस हफ्ते विपक्षी नेताओं की यह दूसरी बैठक होगी। वहीं चार जून को राहुल गांधी आंध्र प्रदेश के गुंटुर में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव और लेफ्ट पार्टियां के नेताओं के साथ एक संयुक्त रैली को संबोधित करेंगे। सूत्रों का कहना है कि इस रैली में सात से आठ विपक्षी पार्टियों के नेता मौजूद रहेंगे।
राहुल गांधी ‘मिशन साउथ’ को तैयार, करुणानिधि के कार्यक्रम में होंगे शामिल
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