नई दिल्ली, चैंपियंस ट्रॉफी में रविवार को होने वाले भारत-पाकिस्तान मुकाबले का लोग बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। इसमें टीम इंडिया का पलड़ा भारी है। इसमें भारतीय टीम की गेंदबाजी के टंप कार्ड तेज गेंदबाज मोहम्मद शमी रहेंगे। शमी काफी समय बाद वापसी कर रहें। ऐसे में उनकी गेंदबाजी का सामना करना पाक बल्लेबाजों के लिए आसान नहीं होगा। इसका कारण यह है कि शमी ने क्या-क्या नई चीजें अपनी गेंदबाजी में अपनाई हैं या सुधारी हैं, वो पाकिस्तान के बल्लेबाजों को पता नहीं है। शमी ने अब तक वो सिर्फ तीन बार पाक के खिलाफ खेला है। उन्होंने अपना पहला एकदिवसीय मैच भी पाकिस्तान के खिलाफ ही २०१३ में खेला था। उस मैच में उन्होंने ९ ओवर में एक विकेट ही लिया था पर इस दौरान उन्होंने ४ मेडन ओवर किए थे और मैच में केवल २३ रन दिये थे।
भारत और पाकिस्तान के बीच आखिरी मुकाबला २०१५ विश्व कप में हुआ था। इस विश्व कप में मोहम्मद शमी ने ही भारतीय गेंदबाजों में सबसे अच्छा प्रदर्शन किया था। एडिलेड में हुए उस मैच में भारत ने विराट के शतक के दम पर पाकिस्तान को ३०१ रनों का विशाल लक्ष्य दिया था। जवाब में पाकिस्तान की टीम कुल २२४ रन बनाकर ४७ ओवर में ही सिमट गई थी। शमी ने ९ ओवरों में ३५ रन देते हुए ४ विकेट लिए थे। उन्होंने कप्तान मिस्बाह, अनुभवी बल्लेबाज यूनिस खान और ऑलराउंडर शाहिद अफरीदी के साथ-साथ वहाब रियाज के विकेट लिए थे जो साबित करता है कि उनकी गेंदबाजी से पार पान पाक बल्लेबाजों के लिए आसान नहीं होगा। न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले अभ्यास मैच में शीर्ष पांच में से तीन बल्लेबाजों को आउट कर शमी ने अपने इरादे पहले ही जता दिये हैं।