नई दिल्ली, एक तरफ तो विपक्षी दल राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए के खिलाफ संयुक्त प्रत्याशी लाने की कोशिश में हैं वहीं दूसरी तरफ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राष्ट्रपति चुनाव में आम सहमति से पक्ष विपक्ष का संयुक्त प्रत्याशी लाने की बात छेड़कर विपक्षी एकता को करारा आघात पहुँचाया है। ममता की ये पेशकश ऐसे समय आई है जब शुक्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने राष्ट्रपति चुनाव को लेकर विपक्षी दलों की संयुक्त बैठक आयोजित की है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख ममता बनर्जी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करने के बाद कहा है कि अगर राष्ट्रपति पद के लिये एपीजे कलाम की तरह सर्वसम्मति से उम्मीदवार हो तो बेहतर होगा। हालांकि उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री से मुलाकात में सिर्फ विकास पर चर्चा हुई। २६ मई को विपक्षी दलों की बैठक होगी जिसमें राष्ट्रपति चुनाव के उम्मीदवार को लेकर चर्चा की जाएगी।
पीएम मोदी से मुलाकात के बाद ममता बनर्जी ने कहा इस मुलाकात में सिर्फ विकास के मुद्दों पर बात हुई। पश्चिम बंगाल में हो रही हिंसा से जुड़े एक सवाल पर ममता बनर्जी ने कहा, च्कोई हिंसा नहीं हो रही। बीजेपी और सीपीएम ने हिंसा शुरू की।’ ममता ने मोबाइल पर तस्वीरें दिखाते हुए कहा, च्देखिए कैसे उन लोगों ने पुलिसवालों को, जिनमें महिलाएं शामिल हैं, को पीटा। सरकारी संपत्तियां जला डालीं।’