नई दिल्ली, केन्द्र में मोदी सरकार बनने के बाद से कई सालों पर पढ़ाया जा रहा पाठयक्रम अब बदलने की तैयारी की जा रही है। वर्तमान में पीएम नरेन्द्र मोदी के सीएम रहते हुए साल २००२ में हुए गुजरात दंगों को अब एनसीईआरटी की किताबों में ज्एंटी मुस्लिम नहीं कहा जाएगा। इसे ज्गुजरात दंगोंज् के नाम से पढ़ाया जाएगा। एनसीईआरटी ने कक्षा १२वीं की किताबों में ये बदलाव करने की तैयारी कर ली है।ये फैसला कोर्स रिव्यू कमेटी की बैठक में लिया गया। ये बैठक सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन यानी सीबीएसई और नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग यानी एनसीईआरटी ने ली थी। ये बदलाव कक्षा १२ की किताबों में किया जाएगा। इस किताब को साल २००७ में यूपीए की सरकार के समय छापा गया था। खबरों के मुताबिक, इस साल के अंत तक किताबों के रिप्रिंट होने के बाद ये बदलाव दिखाई देने लगेगा। बता दें कि कक्षा १२ की पॉलिटिकल साइंस की टेक्स्टबुक आजादी के बाद से भारत में राजनीति के पेज १८७ पर गुजरात में मुस्लिम विरोधी दंगे नाम से ये विषय पढ़ाया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार, अभी केवल टाइटल चेंज करने पर सहमति जताई गई है। बात दे कि मोदी सरकार कांग्रेस के द्वारा पिछले ७० सालों से पढाया जा रहा पाठयक्रम बदलने की मंशा जाहिर कर चुकी है सरकार का कहना हैं कि कांग्रेस ने एक वर्ग विशेष के राजाओं और शासकों के बारे बहुत अच्छा बताया है जबकि भारत के लिहाजा से इन शासकों को भारत के प्रति नजारिया बहुत की विवादास्पद रहा था कांग्रेस ने स्वतंत्रता संग्राम में शामिल हुए गर्म दल के नेता और क्रांतिकारियों के खिलाफ भी पढाया क्रम में गलत बताया है।इसकारण अब मोदी सरकार इस पाठयक्रम में बदलाव करना चाहती है।