बिलासपुर, जिला पंचायत की सामान्य सभा में पेयजल संकट, पीएम आवास सहित बेलगहना कोन्चरा में संस्थागत प्रसव नहीं होने के कारण प्रसूता की मौत व बेलगहना स्वास्थ केन्द्र के टॉयलेट में हुई डिलवरी का मुद्दा छाया रहा। जिला पंचायत सीईओ ने प्रसूता की मौत व टॉयलेट में डिलवरी की एसडीएम से जांच कराए जाने का आश्वासन दिया।
आज जिला पंचायत में सामान्य सभा की बैठक आयोजित की गई जहां सदस्य भारती माली ने तखतपुर क्षेत्र में खराब बोरिंग एवं पेयजल संकट को लेकर पीएचई के अफसरों को खरीखोटी सुनार्ई। सदस्य रमेश कौशिक ने कहा कि इस भीषण गर्मी मं लगभग हर गांव में पानी की समस्या है। जिससे निपटने पीएचई के पास क्या व्यवस्था है? इस पर पीएचई के अधिकारी श्री राठिया ने बताया कि दो मशीन और ६५ मैकेनिक लाईन में काम कर रहे हैं। सूचना मिलने के ४८ घण्टे के भीतर सुधार कार्य कर दिया जाता है। वहीं सीईओ जे.पी.मौर्य ने निर्देश दिया कि खराब हैण्डपंपों के मरम्मत के लिए पंचायत १० हजार रूपए खर्च कर सकता है। इससे ज्यादा पीएचई के अनुशंसा से खर्च कर सकता है। कोटा विधायक रेणु जोगी के प्रतिनिधि मनोज गुप्ता ने सदन को बताया कि बेलगहना स्वास्थ्य केन्द्र में लोगों के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है और कोन्चरा की एक महिला को संस्थागत प्रसव सुविधा नहीं मिलने के कारण घर में ही बच्चे को जन्म देना पड़ा और दस दिन बाद उसकी मौत हो गई वहीं एक दूसरी महिला प्रसव के लिए बेलगहना स्वास्थ्य केन्द्र प्रसव के लिए गई तो स्टाफ नहीं है कहकर भगा दिया गया आखिर में वहीं के टायलेट में बच्चे को जन्म दी। सदस्य ने कहा हालांकि इसकी जांच हुई है लेकिन एसडीएम से जांच कराने का आश्वासन दिया। बैठक में जिला पंचायत अध्यक्ष दीपक साहू उपाध्यक्ष समीरा पैकरा आदि ने पानी संकट को लेकर चर्चा की।