इंदौर, स्थानीय बाणगंगा क्षेत्र के भवानी नगर में ट्रिपल मर्डर में पत्नी सहित दो बच्चों की हत्या की गई। इसमें आरोपी और कोई नहीं होकर पति यशवंत चौहान ही है। हत्या के बाद वह घर से भागा नहीं बल्कि ओटले पर बैठा रहा। पुलिस ने उसे पकड़ा तो उसकी दिमागी हालत ठीक नहीं पायी गई। हत्यारा ड्रायवरी करता है। हत्यारे ने अपनी पत्नी सुमन बाई, १२ वर्षीय बेटी वंशिका और ७ वर्षीय बेटे अभिषेक की लाठियों से पीट-पीटकर हत्या की। पुलिस ने तीनों के रक्तरंजित शव बरामद कर पीएम हेतु अस्पताल भेजे।
हत्यारे के पिता ने बताया मृत महिला पत्नी नहीं लड़के की रखैल थी। कहीं से ले आया था। भवानी नगर में हुई जिस घटना में जिस व्यक्ति ने महिला सहित दो बच्चों को मौत के घाट उतारा है वह उसका वास्तविक पति नहीं है। हत्यारे के पिता ने यह रहस्योद्घाटन करते हुए बताया कि वह दस महीने पहले कहीं से महिला और बच्चों को ले आया था, तभी से हमने उसका साथ छोड़ दिया था। भवानी नगर में महिला और उसके दो बच्चें की हत्या होने के बाद घटना के कारण की तलाश करते हुए पुलिस उसके पिता कैलाश चौहान निवासी शिवनगर तक पहुंची। कैलाश चौहान ने बताया कि सुमन यशवंत की पत्नी नहीं थी और मारे गए दोनों बच्चे भी उसके नहीं है। दरअसल यशवंत ट्रक ड्रायवर है और गाड़ी चलाते वक्त कहीं से सुमन और उसके बच्चों को लेकर आ गया था। तब यशवंत के पिता कैलाश ने कहा कि यह महिला यहां नहीं रहेगी और यदि वह यहां रहेगी तो हम यहां नहीं रहेंगे। इसी बात से हुए विवाद के बाद नाराज होकर दस महीने पहले से यशवंत से दूर शिवनगर जाकर रहने लगे। मूलत वे देपालपुर इलाके के जलोदियापंथ के रहने वाले है। पिता कैलाश को भी यह पता नहीं है कि यशवंत महिला और बच्चों को कहां से लाया और उसका पहला पति कौन है। बहरहाल पुलिस छानबीन कर रही है।