रायपुर, प्रदेश व्यापी लोक सुराज अभियान के तहत मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह आज हेलीकॉप्टर से छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित कांकेर जिले के ग्राम साल्हे अचानक पहुंचे। उन्होंने वहां दल्लीराजहरा-रावघाट-जगदलपुर लगभग 235 किलोमीटर रेल मार्ग के लिए प्रथम चरण में चल रहे निर्माण कार्य का आकस्मिक निरीक्षण किया। यह गांव भानुप्रतापपुर विकासखण्ड में प्रदेश की इस अत्यन्त महत्वपूर्ण रेल परियोजना के अंतर्गत दल्लीराजहरा से रावघाट के बीच स्थित है।
मुख्यमंत्री ने कहा – यह परियोजना छत्तीसगढ़ के बालोद जिले सहित बस्तर संभाग के सामाजिक-आर्थिक विकास की जीवन रेखा साबित होगी। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर रेल अधिकारियों से निर्माण कार्य की प्रगति के बारे में विचार-विमर्श किया। उन्होंने श्रमिकों और ग्रामीणों से भी मुलाकात की। डॉ. सिंह ने इस बात पर खुशी जताई कि इस वर्ष दिसम्बर तक भानुप्रतापपुर को इस रेल मार्ग से जोड़ने का लक्ष्य लेकर सभी कार्य युद्ध स्तर पर किए जा रहे हैं।
रेल्वे के अधिकारियों ने डॉ. सिंह को बताया कि परियोजना के प्रथम चरण में दल्लीराजहरा से रावघाट तक लगभग 135 किलोमीटर तक रेल लाईन बिछाई जा रही है। इस परियोजना के प्रथम चरण में दल्लीराजहरा से गुदुम तक लगभग 17 किलोमीटर रेल मार्ग का निर्माण हो चुका है और उस पर पैसेंजर ट्रेन भी चलाई जा रही है। गुदुम से आगे 42 किलोमीटर तक प्रस्तावित रेल लाईन का 60 प्रतिशत कार्य पूर्ण हो गया है। दल्ली राजहरा-रावघाट रेलमार्ग में गुदुम, भानुप्रतापपुर, केवटी, अंतागढ़, तारोकी और रावघाट 6 रेलवे स्टेशन होंगे।
मुख्यमंत्री को अधिकारियों ने बताया – इस रेलमार्ग मे भानुप्रतापपुर से केवटी और केवटी से अंतागढ़ सेक्शन में 500 करोड रूपये के निर्माण कार्य चल रहे हैं। अंतागढ़ से तारोकी सेक्शन में सर्वे का कार्य चल रहा है। ग्राम साल्हे में रेल मार्ग के निर्माण कार्य निरीक्षण के दौरान मुख्यमंत्री के साथ मुख्य सचिव श्री विवेक ढांड, वाणिज्य और उद्योग विभाग के सचिव सुबोध कुमार सिंह और अन्य वरिष्ठ संबंधित अधिकारी भी उपस्थित थे।