मुंबई, अब महाराष्ट्र के स्कूलो के केंटीन में पिज्जा, नूडल्स, पेस्ट्री और बर्गर नहीं मिलेगा. क्यूंकि राज्य सरकार ने समूचे राज्य के स्कूलों के स्कूलों की कैंटीन में जंक फ़ूड की बिक्री पर पाबन्दी लगा दी है. केन्टीनो में जंक फ़ूड की जगह अब वेजिटेबल खिचड़ी, राजमा-चावल और इडली-वड़ा मिलेगा. दरअसल केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय पोषण संस्थान, हैदराबाद के निदेशक की अध्यक्षता में एक कार्य दल गठित किया था. इस कार्यदल का उद्देश्य स्कूलों में बच्चों में पोषक आहार की खपत को बढ़ाना और जंक फूड की बिक्री पर रोक लगाना था. कार्य दल ने अपनी एक रिपोर्ट में कहा है कि जंक फूड में ज्यादा मात्रा में फैट, नमक और शर्करा होता है, जबकि इनमें बहुत ही कम मात्रा में पोषक तत्व होते हैं. इस तरह के खाने से बाद में मोटापा, दांत की बीमारी, डायबिटीज और दिल की बीमारियों का खतरा बढ़ता है. कार्य दल की सिफारिशों को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने स्कूलों की कैंटीन में जंक फूड पर प्रतिबंध लगाने का निर्णय लिया है. रिपोर्ट मिलने के बाद सरकारी प्रस्ताव में फूड के 12 वर्गों को शामिल किया गया है, जिसमें पोटैटो चिप्स, नूडल्स, काबरेनेटेड सॉफ्ट ड्रिंक्स, पिज्जा, बर्गर, केक, बिस्कुट, बन, पेस्ट्री सहित कई पदार्थ शामिल हैं, जिनकी बिक्री कैंटीन में नहीं होगी. वहीं प्रस्ताव में 20 खाद्य पदार्थों के नाम भी बताए गए हैं, जिनकी बिक्री कैंटीन में होनी है. इसमें रोटी, वेजिटेबल पुलाव, इडली-वड़ा, नारियल पानी और जलजीरा शामिल है.