मण्डला,अनेक योजनाओं के तहत जिले के ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों में बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गये हैं। सड़कों की खस्ता हालत को सुधारने की कोशिश भी नही की जा रही है। जिले मे जहॉ देखो वहॉ मार्ग दम तोड़ चुके है। जर्जर सभी मार्गे की मरम्मत कराने में सभी सम्बंधित विभाग बेहोशी का परिचय दे रहे है। क्षतिग्रस्त मार्गे से सभी चलना बेहद मुश्किल हो गया है। खासकर राहगीर ज्यादा परेशान हो गये है और पानी पी पीकर शासन प्रशासन को कोस रहे है सरकार की गहरी नींद टूट नही पा रही है जनप्रतिनिधियों को खराब सड़कों से कोई मतलब नही है। जिला मुख्यालय हो चाहे आसपास के ग्रामीण क्षेत्र सभी जगह एक ही हाल है। नेशनल हाइवे का शहरी हिस्सा तो बेहद ही जर्जर स्थिति मे है पर इसे सुधारने की कवायद भी नहीं की गई। वहीं कौरगांव, हिरदेनगर, कटंगाटोला, लफरा मार्ग भी बुरी तरह जर्जर है। नारा, दिवारा, सीतारपटन, अंजनिया मार्ग की हालत भी अत्यंत खराब है। वहीं पदमी से घुघरी मार्ग भी जर्जर हो चुका है। मण्डला, बम्हनी, नैनपुर, मार्ग भी काफी अधिक खराब हालत में है। इन सब मार्गे के अतिरिक्त जिले के अनेक मार्ग हैं जो खराब हालत में हैं। पर विभाग सुधार करने का नाम नहीं लेते।कुल मिलाकर खराब सड़कें जिले की पहचान बन चुकी है। सभी मार्गे की मरम्मत नवनिर्माण तेजी से कराने की जनमांग है।