मुंगावली, बुधवार को जनपद पंचायत से मात्र पांच किलोमीटर की दूरी पर स्थिति मूडऱा मुंगावली गांव में राजस्व संसद का आयोजन किया गया जिसमें एसडीएम द्वारा गांव के लोगों से राजस्व संबंधी जानकारी एवं बातचीत की गई। तो जिला पंचायत में मनरेगा में पीओ श्री चौरसिया द्वारा ग्रामीणों को मनरेगा में किस प्रकार क्या-क्या कार्य कराये जा सकते हैं के बारे में बताया। इस शिविर के दौरान उस समय एसडीएम सुमनलता माहौर को लाचार मुद्रा में देखा गया जब इनको जानकारी मिली की पंचायत भवन के पास बने शासकीय भवनों में भूसा भरा है तो इनके द्वारा जानना चाहा कि आखिर यह भूसा है किसका पर किसी ने नाम नही बताया तो एसडीएम मौके पर पहुंची और शासकीय भवनों की स्थिति देखने के बात कहतीं हैं कि आप की ऐसी स्थिति देखकर हम लोग भी हतास हो जाते हैं। इनकी ऐसी स्थिति देखकर यही कहा जा सकता है कि क्षेत्र में प्रशासन का किसी भी तरह का कोई डऱ लोगों को नही है।
-भवन खाली कराने नही मिले मजदूर
इस गांव में एसउीएम कितनी लाचार दिखीं उसका अंदाला इसी बात से लगाया जा सकता है कि जब भवनों से भूसा हटाने के लिये कहा गया तो किसी ने नही हटाया तकब एसडीएम ने कहा कि गांव से मजदूर लाकर भवन खाली कराओं पर किसी व्यक्ति ने इनके कहने पर भूसा खाली नही किया जब गुस्से में इनके द्वारा पअवाी,पंचायत सचिव, होमगार्ड के जवान से कहा गया कि अब तुम लोग इसको खाली करों पर थोड़ी देर बाद यह मायुश होकर एक दिन की मोहलत देकर वापस आ गये। इस गांव की स्थिति को देखकर सवाल यह उठता है कि जब ब्लॉक मुख्यालय से मात्र पांच किलोमीटर की दूरी पर ऐसे हालात है तो दूरस्थ क्षेत्र में शासन की योजनाओं एवं शासकीय भवनों की क्या स्थिति होगंीं इसका आंकलन स्वत: ही किया जा सकता है।