अहमदाबाद, मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने आज कहा कि राजनीतिक स्वार्थ साधने वाले तत्वों की साणंद को सिंगूर बनाने की पैरवी को राज्य की जनता-जनार्दन ने नकार दिया है। गुजरात के औद्योगिक और सर्वग्राही विकास में रोड़े डालने वालों का षड्यंत्र कामयाब नहीं होगा। वे गुरुवार को अहमदाबाद जिले के साणंद जीआईडीसी में 18.32 हेक्टेयर क्षेत्र में फैले राज्य के पहले महिला औद्योगिक पार्क के लोकार्पण अवसर पर बोल रहे थे। इस पार्क में महिला उद्यमियों को 102 भूखंडों का वितरण किया गया है।
इस मौके पर ने राज्य में महिला शक्ति को व्यापक रोजगार अवसर मुहैया कराने के उदात्त भाव से विशेष महिला रोजगार मेला शुरू करने की घोषणा की है। उन्होंने कहा कि आगामी दिनों में महिला रोजगार मेला की कार्ययोजना को अंतिम स्वरूप प्रदान कर अहमदाबाद में इसका शुभारंभ किया जाएगा। बाद में प्रदेश स्तर पर ऐसे और विशेष महिला रोजगार मेलों का आयोजन कर स्थानीय उद्योगों में नारी शक्ति को रोजगार देने को राज्य सरकार संकल्पबद्ध है। मुख्यमंत्री ने कहा कि साणंद औद्योगिक बसावट के 2056 हेक्टेयर क्षेत्र में जो विविध उद्योग विकसित हुए हैं, वह राज्य में कामगारों और उद्यमियों के बीच सामंजस्यपूर्ण संबंधों, जीरो डेज लॉक आउट और श्रम शांति के चलते विकसित हुए हैं। राजनीतिक स्वार्थ साधने वाले तत्वों की साणंद को सिंगूर बनाने की पैरवी को राज्य की जनता-जनार्दन ने नकार दिया है। गुजरात के औद्योगिक और सर्वग्राही विकास में रोड़े डालने वालों का षड्यंत्र कामयाब नहीं होगा।
रूपाणी ने कहा कि गुजरात में महिला सशक्तिकरण के जो नए आयाम प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने अपने मुख्यमंत्रित्व काल के दौरान स्थापित किए थे, उसे हमने उसी गति से आगे बढ़ाया है। उन्होंने कहा कि ऐसे महिला औद्योगिक पार्क नारी शक्ति के सामर्थ्य को उद्योग एवं उत्पादन क्षेत्र में आधुनिकता के साथ पदार्पण करने का अवसर प्रदान करते हैं। मैन्यूफेख्रिंग उद्योगों सहित आईटी एवं हाईटेक इंजीनियरिंग उद्योगों की बहनों द्वारा स्थापना राज्य की विकास यात्रा में नए कीर्तिमान स्थापित कर रही है। उन्होंने कहा कि सिर्फ घर-बार चलाने तक सीमित कर्तव्य वाली परंपरागत छवि से बाहर निकलकर अब नारी शक्ति उद्योग-व्यापार का संचालन भी पूरी सक्षमता के साथ कर रही है। यह समयानुकूल परिवर्तन की लहर को दर्शाता है।
साणंद के इस महिला औद्योगिक पार्क में उद्योग शुरू कर लगभग पांच हजार ग्रामीण बहनों-माताओं को रोजगार के अवसर प्रदान कर जॉब गिवर बनने वाली महिला उद्यमियों को उन्होंने बधाई दी। मुख्यमंत्री ने गुजरात द्वारा महिला सशक्तिकरण के लिए शुरू किए गए अभिनव प्रयोगों के आलोक में कहा कि महिला शक्ति को सार्वजनिक जीवन में पदार्पण का अवसर देने के लिए स्थानीय निकाय के चुनावों में 50 फीसदी महिला आरक्षण की व्यवस्था की है। पुलिस बल सहित अन्य भर्तियों में भी बहनों के लिए 33 फीसदी आरक्षण के प्रावधान से बहनों को कानून-व्यवस्था को बरकरार रखने में भी सहभागी बनाया है।