भोपाल, मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान (मैनिट) ने 14 छात्रों को हमेशा के लिए हॉस्टल से निकाल दिया है, साथ ही इन सभी पर 50-50 हजार रुपये का जुर्माना भी लगाया है। छात्र अभय आनंद की मौत के मामले में प्रॉक्टोरियल बोर्ड ने इन पर कार्रवाई की है। ये सभी छात्र 4 मार्च की उस रात अभय आनंद के साथ थे और मैनिट कैंपस के तालाब के पास शराब पी रहे थे। इसी दौरान अभय आनंद तालाब में डूब गया। चीफ वार्डन डॉ. एनपी पाटीदार के अनुसार प्रॉक्टोरियल बोर्ड ने इन छात्रों पर 50-50 हजार रुपए का जुर्माना लगाने का निर्णय लिया है। उनके अभिभावकों को भी इस बारे में सूचना दी जा रही है। जब तक छात्र जुर्माना नहीं भरेंगे तब तक उनकी मार्कशीट, डिग्री नहीं दी जाएगी। जुर्माने की रकम से अभय आनंद के परिवार की आर्थिक मदद की जाएगी।
इन छात्रों पर कार्रवाई शामिल
भरत गुंडाला (अध्यक्ष, स्टूडेंट काउंसिल), विकास वैभव (सचिव, स्टूडेंट काउंसिल), रूद्रप्रताप, अमन अरोरा, मोहित, गौरव यादव, आजम सिद्दीकी, आशीष एक्का व अन्य।
ऐसे की पहचान
बीटेक अंतिम वर्ष के छात्र अभय के डूबने के बाद प्रबंधन ने जांच कमेटी का गठन किया था। छात्र के डूबने की जानकारी उसके साथियों ने ही दी थी। पूछताछ में पार्टी में शामिल 30 छात्रों के नाम सामने आए। पार्टी के फोटो भी जांच कमेटी को मिले। इनमें से बीटेक अंतिम वर्ष के 14 छात्रों से अभय की गहरी मित्रता थी और यही उसे वहां ले गए थे। पूछताछ में छात्रों ने इसे स्वीकार भी किया। घटना वाली रात अभय शराब पीकर तालाब में उतर गया, बाद में खोजने पर पता चला कि वह डूब चुका है।