नई दिल्ली, गोवा में सरकार बनाने में असफल रहे कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह से पार्टी आलाकमान ने गोवा और कर्नाटक का प्रभार छीनकर ए. चेला कुमार को गोवा का प्रभार सौंपा है, जबकि केसी वेणुगोपाल को कर्नाटक का इन्चार्ज बनाया गया है। कर्नाटक प्रभारी बदलने को राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है। कुछ वक्त पहले गोवा प्रदेश कांग्रेस कमिटी के अध्यक्ष लुइजिन्हो फालेरियो ने गोवा में सरकार न बना पाने को लेकर दिग्विजय और गोवा क्रीनिंग कमिटी के इन्चार्ज केसी वेणुगोपाल पर हमला किया था। फालेरियो ने यह भी आरोप लगाया था कि 21 विधायकों का समर्थन होने के बावजूद दिग्विजय ने राज्यपाल के पास जाने से रोक दिया। उनके मुताबिक, दिग्विजय का सुझाव था कि सरकार बनाने के लिए राज्यपाल के निमंत्रण का इंतजार करना चाहिए। फलेरो ने कहा था, ‘प्रक्रिया के तहत मैंने राज्यपाल के लिए एक लेटर ड्राफ्ट किया कि हम सरकार बनाने का दावा करना चाहते हैं, लेकिन दिग्विजय सिंह ने कहा कि नियमानुसार राज्यपाल हमें बुलाएंगी। इसी वजह से हमने इंतजार किया।’
कांग्रेस पार्टी में काफी वक्त से बदलाव होने की मांग उठ रही थी। कांग्रेस के एक अन्य नेता सत्यव्रत चतुर्वेदी ने भी पार्टी में बदलाव की मांग को देर से उठाने वाला कदम बताया था। सत्यव्रत ने कहा, ‘अब करने से भी क्या होगा, जब करना चाहिए तब किया नहीं।’ वहीं, गोवा में नवनिर्वाचित विधायकों की बैठक में दिग्विजय सिंह को नेताओं की नाराजगी झेलनी पड़ी थी। विधायकों ने आरोप लगाया था कि पार्टी लीडरशिप और दिग्विजय ने जरूरी 4 विधायकों का समर्थन जुटाने के लिए क्षेत्रीय पार्टियों से जल्दी से बातचीत नहीं की।