नई दिल्ली, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने यानि भाजपा की सत्ता वाले राज्यों के मुख्यमंत्रियों को तेज गति से काम करने की सीख दी है। उनका कहना है कि इससे जनता के मन में भाजपा के प्रति भरोसा कायम ही नहीं रहेगा बल्कि और मजबूत होगा। वह भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों व उप मुख्यमंत्रियों के साथ गरीब कल्याण योजनाओं के क्रियान्वयन पर बैठक कर हे थे,जो नीति आयोग की बैठक के बाद अलग से बुलाई गई थी।
दरअसल,प्रधानमंत्री जिस गति से काम करना चाह रहे हैं,उसे देखते हुए कुछ राज्यों में काम की गति धीमी है,जिससे वह खफा भी दिखे। उन्होंने उन्हें गति बढ़ाने की हिदायत दी। मुख्यमंमत्रियों की ओर से उनकी सरकार के कामकाज व गरीब हितैशी योजनाओं का रिकार्ड पेश किया गया।
भाजपा मुख्यालय पर देर शाम तक बैठक चली। जिसमें मोदी के साथ ही अमित शाह ने भी बैठक को संबोधित किया। पहली बार बैठक में पांच नए मुख्यमंत्रियों ने शिरकत की। जिनमें उत्तर प्रदेश के योगी आदित्यनाथ, उत्तराखंड के त्रिविंद्र सिंह रावत, मणिपुर के बीरेन सिंह, गोवा के मनोहर पर्रिकर और अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री पेमा खांडू शामिल थे। बैठक में उत्तर प्रदेश के दो उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और दिनेश शर्मा भी शामिल हुए। केंद्रीय नेतृत्व में गृहमंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, महासचिव संगठन रामलाल भी मौजूद रहे।
इधर,मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने गरीब कल्याण योजनाओं पर प्रजेंटेशन दिया। मोदी-शाह ने अगले कुछ चुनाव को देखते हुए सरकार की उपलब्धियां जनता के बीच पहुंचाने की बात कही।