पेरिस,फ्रांस में राष्ट्रपति के चुनाव में इस बार करीब दो फीसदी ज्यादा वोट डाले गए हैं। जिसके तत्काल बाद इप्सोस का सर्वे आया है,जिसमें इमैनुअल मैकरॉन कील को बढ़त का अनुमान जताया गया है।
सर्वेक्षण के अनुसार, मैकरॉन को 23.7 फीसदी और ली पेन को 21.7 फीसदी वोट मिल सकते हैं। यानि पहले दौर में किसी उम्मीदवार को 50 फीसदी वोट नहीं मिल सके हैं। इसके बाद अब सात मई को दूसरे दौर के मतदान में मैकरॉन और ली पेन के बीच ही सीधा मुकाबला होगा।
इस बार हुआ भारी मतदान भ्रष्टाचार और आतंकवाद के इर्दगिर्द रहा है। 39 साल के मैकरॉन जीते तो वह सबसे युवा राष्ट्रपति होंगे। उनकी गैर राजनीतिक छवि जनता के बीच धूम मचा रही है। उन्होंने एक साल पूर्व एन मार्च नाम से आंदोलन शुरू किया था। वह यूरोपीय संघ में फ्रांस के बने रहने के समर्थक हैं। जबकि 48 वर्षीय मरीन ली पेन अगर जीतीं तो वह पहली महिला राष्ट्रपति होंगी। ली पेन आतंकी हमलों को लेकर पैदा हुए असुरक्षा की भावना को उभारने की कोशिश कर रही हैं। वहीं, बेरोजगारी, शरणार्थियों को लेकर यूरोपीय संघ के खिलाफ नाराजगी भी उनके पक्ष में जा सकती है।