भोपाल,मध्य प्रदेश में प्रशासनिक हालात ठीक नहीं है, प्रदेश को एक बार फिर द्वारकाप्रसाद मिश्रा जैसे सख्त मुख्यमंत्री की जरूरत है।
राज्य विधान सभा में विपक्ष के नेता अजय सिंह ने आज प्रेस से मिलिए कार्यक्रम में अपने राजनीतिक जीवन के शुरूआती दिनों को याद करते हुए कहा कि प्रदेश में अब तक डी0पी0 मिश्रा जैसा मुख्यमंत्री नहीं हुआ, जिनके एक इशारे पर प्रशासनिक कार्य हो जाया करते थे।
उनके खिलाफ अखबारों में कुछ छपता था तो वे संबंधित अखबार के पत्रकार को बुला कर पूछते थे कि क्या सचमुच ऐसा है, जैसा लिखा गया है। आज स्थिति यह है कि सरकार के खिलाफ खबर छपने ही नहीं दी जाती, छपती भी है तो बात करना दूर, खबर छपने के अगले ही दिन विज्ञापन बंद कर दिए जाते हैं।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का नाम लिए बिना विपक्ष के नेता ने कहा मुखिया को चाहिए कि वह एक अच्छे घुड़सवार की तरह घोड़े की लगाम को सदैव कस कर रखे, लेकिन हो उलटा रहा है।
चहेते अधिकारी मनमानी कर रहे हैं, जो अधिकारी काम करना चाहते हैं, उन्हें दरकिनार कर दिया गया है।
उन्होंने कहा अमेरिका जैसे देश में कोई कितना भी क्यों न लोकप्रिय नेता हो, वह दो बार से अधिक पद पर नहीं रह पाता। प्रजातंत्र की भलाई और प्रशासनिक कसावट के लिए ऐसा कदम उठाया जाना चाहिए।
नेता प्रतिपक्ष ने सवाल-जवाब के दौर में स्वीकार किया कि भाजपा की तुलना में कांग्रेस संगठित नहीं है।
उन्होंने कहा भाजपा शुरू से ही संगठित रही है, आरएसएस जैसा संगठन उनके पास है, लेकिन अब कांग्रेस भी संगठित हो कर अगला विधान सभा चुनाव लड़ेगी। गुटबंदी के सवाल पर प्रतिप्रश्न करते हुए कहा क्या भाजपा में गुटबंदी नहीं है, फिर खुद ही जवाब भी दिया कि बड़े दलों में गुटबंदी स्वाभाविक है और भाजपा या कांग्रेस इससे अलग नहीं है। कांग्रेस ने यह अच्छी तरह समझ लिया है संगठित हो कर ही भाजपा का मुकाबला करना है, तभी अगले चुनाव में हम सरकार बना पायेंगे। उन्होंने माना कि प्रदेश में मुकाबला कड़ा है, मेहनत अच्छे से करेंगे तभी कांग्रेस सरकार बना पायेगी। हमारा लक्ष्य सरकार बना है। इसके लिए अभी से काम षुरू कर दिया गया है।
चुनाव में कांग्रेस की रणनीति क्या होगी इस सवाल पर चुटकी लेते हुए कहा कि अभी क्यों बतायें, इसी के साथ यह भी कहा कि चुनाव की रणनीति गोपनीय होती है, उसका खुलासा अभी नही चुनाव के दौरान ही होगा। कांग्रेस के दस साल मुख्यमंत्री रहे दिग्विजयसिंह के कार्यकाल में मतदाताओं के मन में उपजी नाराजी के सवाल पर नेता प्रतिपक्ष अजय सिंह ने कहा कि वह नाराजी लोगों के मन में अब नहीं रहनी चाहिए, अब तो भाजपा की इस सरकार का कार्यकाल जनता के सामने रहेगा।
पंजाब की तरह मध्यप्रदेश में भी ज्योतिरादित्य सिंधिया, कमलनाथ या किसी अन्य नेता को मुख्यमंत्री पद का दावेदार घोषित कर चुनाव लड़े जाने के सवाल पर कहा कि पंजाब की स्थिति अलग थी, यहां ऐसा कुछ नहीं है, फिलहाल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरूण यादव हमारे नेता हैं और उनके नेतृत्व में चुनाव लड़ा जाएगा।
उन्होंने कहा फिर भी यदि कोई चेहरा तय किया जाएगा हम सभी उसके साथ खड़े होकर अगला विधान सभा चुनाव लड़ेंगे।
उत्तर प्रदेश और उसके बाद मध्यप्रदेश के अटेर उपचुनाव में इलेक्टनिक वोटिंग मशीनों को लेकर उठे सवाल में पर उन्होंने कहा कि चुनाव पहले की तरह बैलेट पेपर से हों तो ज्यादा अच्छा होगा। उन्होंने कहा यदि ऐसा संभव नही तो वोटिंग मशीन और उसके साथ किसके पक्ष में वोट डाला गया है यह दर्शाने वाली मशीन इन दोनों के आंकड़ों की गिनती एक साथ होना चाहिए मशीनों में कोई गड़बड़ी होगी तो पकड़ी जा सकेगी, ऐसी मांग हमने की भी, लेकिन हमारी मांग मानी नहीं गई है।