बैतूल,8 अप्रैल को शिकारियों की गोली से घायल होने के बाद बैतूल स्थित राठीपुर के जंगल में मिले बाघ की शुक्रवार देर रात को इलाज के दौरान मौत हो गई। उसका हाल ही में ऑपरेशन किया गया था। जिसके बाद डॉक्टर्स ने बाघ के पेट में फंसी गोली को बाहर निकाल लिया था। लेकिन इस घटना के बाद उसकी रीढ़ की हड्डी दो हिस्सों में बंट गई थी। सिकी वजह से उसका चलना फिरना दूभर था। उसे बचाने की काफी कोशिश की गई भोपाल से आए विशेषज्ञ डाक्टरों की टीम ने काफी मशक्कत भी लेकिन उसे बचाया नहीं जा सका।