भोपाल,राजधानी स्थित केन्दीय जेल में अब डिजिटल फेंसिंग की तैयारी चल रही है। यहां कैदियों पर अब लेजर किरणों के माध्यम से नजर रखी जाएगी, जो कि पूरी तरह से अदृश्य रहेगी। बंदियों पर नजर रखने का यह सबसे आधुनिक तरीका है, जो अब तक अमेरिका और इजराइल की जेलों में ही लागू हुआ है।
मालूम हो कि सिमी आतंकियों द्वारा भोपाल केंद्रीय जेल ब्रेक करने के बाद अब जेल मुख्यालय ऐसे घातक अपराधियों को लेकर कोई रिस्क नहीं लेना चाहता। इसके चलते आधुनिक तकनीक से बंदियों पर नजर रखने की तैयारी हो गई है। डिजिटल फेंसिंग के लिए एमपी स्टेट इलेक्ट्रानिक कॉरपोरेशन (एमपीएसईसी) को जेल मुख्यालय ने काम सौंप दिया है। जल्द ही यह फेंसिंग लगा दी जाएगी। दरअसल लेजर किरणों से बंदियों के मूवमेंट का पता केंद्रीय जेल अधीक्षक को पता चलता रहेगा। खूंख्वार बंदियों की बैरक के बाहर कैमरों से लेजर लेयर की फेंसिंग की जाएगी। जिसमें तीन लेयर बनाई जाएगी।
यदि बंदी बैरक से बाहर निकला तो पहली लेयर उस बंदी की पहचान कर लेगी और ऑटो मैटिक जेल का सायरन बजने लगेगा। इतना ही नहीं बंदी की पूरी जानकारी भी तत्काल वह जेल की क्रीन पर दिखाने लगेगी। दूसरी रेयर पर बंदी और किसी अपरिचित के आने पर रेज के जरिए सायरन बजेगा। तीसरी लेयर पर प्रहरी, अफसर, बंदी या कोई भी लेजर रेज में आएगा सायरन बजने लगेगा। बंदी और प्रहरी की जानकारी जेल की स्क्रीन पर डिस्प्ले होगी।