लंदन, भारत में बेंकों की करीब 9000 करोड़ रुपये की देनदारी चुकाए बिना देश के वांछित भगोडे विजय माल्या को लंदन में पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया पर उसके कुछ ही घंटों के बाद उसे जमानत भी मिल गई। ब्रिटेन की वेस्टमिनिस्टर कोर्ट के आदेश पर गिरफ्तारी हुई थी।
स्काटलैंड यार्ड ने कहा कि भगोड़ा अपराधी घोषित माल्या को प्रत्यर्पण वारंट पर गिरफ्तार हुआ,उसे सेंट्रल लंदन पुलिस स्टेशन से गिरफ्तार किया गया था।
लंदन में वेस्टमिनिस्टर के मजिस्ट्रेट कोर्ट में पेशी के बाद उसकी जमानत हो गई। उस पर 17 बैंकों का 9000 करोड़ रुपये का लोन है। हालांकि उसकी 6600 करोड़ की संपत्ति ईडी ने कुर्क कर दी थी।
विजय माल्या की गिरफ्तारी पर किंगफिशर की पूर्व कर्मचारी नीतू शुक्ला का कहना है कि वह काफी खुश हैं, उस दिन और खुशी होगी जब उनका वकाया पैसा और न्याय मिलेगा।
इधर,भारत और ब्रिटेन के बीच प्रत्यर्पण संधि के चलते औपचारिक प्रत्यर्पण अनुरोध आठ फरवरी को ब्रिटिश उच्चायोग को सौंपा गया था। अब अगर उसके प्रत्यर्पण अनुरोध को स्वीकार किया जाता है तो उसे आगे भारत लाने का रास्ता साफ होगा। ब्रिटेन में प्रत्यर्पण प्रक्रिया में न्यायाधीश द्वारा गिरफ्तारी वारंट जारी करने पर फैसले सहित कई कदम शामिल हैं। वारंट जारी होने पर व्यक्ति को गिरफ्तार करके शुरुआती सुनवाई के लिए अदालत के सामने लाया जाता है जिसके बाद मंत्री द्वारा अंतिम फैसले से पहले प्रत्यर्पण सुनवाई होती है। वांछित व्यक्ति को किसी भी फैसले के खिलाफ उच्चतम न्यायालय तक में अपील करने का अधिकार होता है।