भुवनेश्वर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार सबेरे ओडिशा दौरे के दूसरे दिन प्रसिद्ध मंदिर लिंगराज मंदिर जाकर दर्शन किए। उन्होंने राजभवन में इससे पहले ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी के खिलाफ पाइका विद्रोह में हिस्सा लिए स्वतंत्रता सेनानियों के परिजनों से भेंट की।
उन्होंने आजादी के आंदोलन का इतिहास कुछ समय और कुछ परिवारों तक ही समेटने रखने पर चिंता जाहिर की। उन्होंने पाइका विद्रोह में शहादत देने वाले 16 परिवारों का सम्मान कर आदिवासियों की वीरता की सराहना की।
उन्होंने कहा आजादी के आंदोलन की एक श्रृंखला काफी लम्बी रही है, जिससे युवा पीढ़ी को अवगत कराया जाना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि आदिवासी या जनजातीय वर्ग के लोग विभिन्न राज्यों में रहते है और उन्होंने आजादी की लड़ाई में उल्लेखनीय योगदान दिया है। मोदी ने कहा कि आने वाली पीढ़ी को यह पता चलना चाहिए कि अभाव की जिंदगी जीने के बावजूद उपेक्षित वर्ग के इन लोगों ने आजादी के लिए किस प्रकार की कुर्बानी दी थी।
रविवार को भाजपा कार्यकारिणी बैठक का दूसरा और अंतिम दिन है। बैठक खत्म होने के बाद मोदी शाम को सूरत पहुंचने के बाद रोडशो कर गुजरात के दो दिवसीय दौरे की शुरूआत करेंगे। मोदी शाम छह बजकर 45 मिनट पर सूरत हवाई अड्डे पर उतरेंगे। जिसके बाद उनके 11 किलोमीटर लम्बे रोड शो की शुरूआत होगी।