भोपाल,राजीव गांधी प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (आरजीपीवी) के प्रभारी कुल सचिव कल्पना श्रीवास्तव ने निर्देश जारी कर कहा है कि किसी भी सूरत में छात्रों की दस्तावेज नहीं रोके जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश के तकनीकी शिक्षा से जुड़े कॉलेज फीस के लिए छात्रों की अंकसूची और अन्य दस्तावेज अपने पास नहीं रख सकेंगे। अगर वे ऐसा नहीं करते तो शिकायत मिलने पर कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
आरजीपीवी के अधिकारियों को इस संबंध में शिकायत मिली है कि कुछ कॉलेज छात्रों को विवि द्वारा जारी उनके दस्तावेज नहीं देते। ऐसा वे इसलिए करते हैं ताकि छात्र पहले फीस चुकाएं या अन्य प्रकार की फीस का भुगतान करें।प्रभारी कुलपति ने सभी कॉलेज संचालकों को कहा है कि अंकसूची, प्रोवीजनल डिग्री, माइग्रेशन आदि दस्तावेज विवि से जारी होने के बाद छात्रों को तत्काल दिए जाएं। कॉलेज उनके दस्तावेज फीस या अन्य छिपे हुए चार्ज के कारण रोक लेते हैं यह उचित नहीं है। इसकी वजह से छात्रों को बहुत परेशान होना पड़ता है।
कॉलेजों को यह भी चेतावनी दी गई है कि वे छिपे हुए चार्ज (हिडन चार्ज) छात्रों से नहीं लें। इससे उन पर आर्थिक दबाव पड़ता है और यह छात्रों के हित में नहीं है। अगर कॉलेज ऐसा करते हैं तो यह गलत है। इसी तरह परीक्षा फार्म , डुप्लीकेट अंकसूची, प्रोवीजनल डिग्री से संबंधित फार्म भी विवि को तत्काल फारवर्ड किए जाएं। अगर विवि इसमें कोताही करते हैं तो वे कार्रवाई के लिए भी तैयार रहें। इसमें कॉलेज को फाइन के साथ संबद्धता तक समाप्त की जा सकती है।